काशीपुर: उत्तराखंड आयुक्त राज्य कर (Uttarakhand Commissioner State Tax) के निर्देशन में राज्य कर विभाग के 300 अधिकारियों ने शनिवार को जीएसटी विभाग ( GST Raid) की अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस दौरान जसपुर के 27 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, आवास, ट्रांसपोटर्स, अधिवक्ताओं व चार्टड एकाउन्टेंट आदि एक साथ 27 टीमों ने छापेमारी की. इस दौरान छह प्रतिष्ठान सीज भी कर दिए गए. जीएसटी विभाग की कार्रवाई से लकड़ी व्यवसायियों में हडकंप मच गया. इसमें विशेष अनुसंधान शाखा द्वारा ऐसे व्यापारियों व्यक्तियों की जांच की जा रही थी जिनके द्वारा फेक ट्रेडिंग फर्म बनाकर अनुचित रूप से आइटीसी का लाभ लिया जा रहा था.
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इसमें उक्त जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया कि कुछ व्यक्तियों द्वारा विभिन्न पहचान पत्रों के दुरूपयोग करते हुए फर्जी फर्म बनाई गई व एक नेक्सेस बनाकर राज्य को भारी मात्रा में राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही थी. जांच में लगभग 100.00 विक्रयधन पर लगभग 18 करोड़ रूपये का कर चोरी सामने आया है.
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स्टेट जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) की टीम ने शनिवार को शहर जसपुर के सुभाष चौक, नई बस्ती, लकड़ी मंडी, डेरिया में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और घरों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई. राज्य कर एसआइबी के डिप्टी कमिश्नर रजनीश सच्चितानंद ने जानकारी देते हुए बताया कि एक इनपुट के आधार पर कुमाऊं व गढ़वाल से तकरीबन 27 टीमों ने एक साथ जसपुर के 27 प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की गई.
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इस दौरान टीमों ने विभिन्न फर्मों के लेनदेन के दस्तावेज अपने कब्जे में लिए. उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर आदि व हरियाणा में यमुनानगर आदि स्थानों को छदम बिल एवं माल आपूर्ति के बिना ही पेपर ट्रेडिंग के द्वारा फेक आईटीसी उपलब्ध कराई जा रही थी.