उत्तराखंड

कैंची धाम स्थापना दिवस पर CM धामी का बड़ा ऐलान, बदल दिया नाम

उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  ने सभी प्रदेशवासियों व सम्पूर्ण देश से आने वाले श्रद्धालुओं को श्रद्धा, भक्ति एवं विश्वास के पावन स्थल एवं हनुमान जी के अनन्य भक्त बाबा नीब करौरी द्वारा स्थापित कैंची धाम के स्थापना दिवस की शुभकामना दी.

वर्ष भर श्री कैची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो, इस हेतु भवाली सैनिटोरियम से रातीघाट तथा भवाली सैनिटोरियम से नैनी बैण्ड के बाईपास सड़क का निर्माण तीव्रता से करते हुए अगले वर्ष श्री कैंची धाम के स्थापना दिवस से पूर्व पूर्ण कराने का प्रयास किया जायेगा.

मण्डलायुक्त दीपक रावत ने गुरूवार को बाबा नीबकरौरी मन्दिर कैंची धाम के स्थापना दिवस के अवसर पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने मन्दिर प्रांगण में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये स्वास्थ्य शिविरों का निरीक्षण के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा पुलिस अधिकारियों के साथ की.

इस अवसर पर आयुक्त ने सपरिवार मन्दिर में बाबा के दर्शन किये। आयुक्त रावत ने कैंचीधाम स्थापना दिवस पर सभी भक्तजनों को हार्दिक शुभकामनायें एवं बधाई दी. इस अवसर पर आईजी कुमाऊं नीलेश आन्नद भरणे, एसएसपी पंकज भटट के साथ ही सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे.

रिचर्ड एलपर्ट रामदास अपनी किताब ‘मिरेकल ऑफ लव’ में लिखते हैं कि नीमकरौली बाबा हमेशा कंबल ओढ़ते थे. यही वजह है कि कैंची धाम में जो भी आता है वो यहां कंबल भेंट करता है. वो कैंची धाम जिसकी स्थापना 15 जून, 1964 को हुई थी. यह धाम गुरुवार को अपना 59वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस दिन खासतौर पर नीम करौली बाबा को मालपुए का भोग लगता है जिसे तैयार करने के लिए खासतौर मथुरा से 45 कारीगर वहां पहुंचे हैं .

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