उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राम मंदिर ट्रस्ट के संतों और अधिकारियों से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर जोर दिया कि मंदिर और शहर का विकास उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. बता दें कि मुख्यमंत्री दो दिवसीय यात्रा पर अयोध्या पहुंचे हैं.
अयोध्या में चल रही विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति का भी जायजा लिया. वे पूजा-अर्चना करने के लिए हनुमानगढ़ी भी गए और राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ‘धर्मनगरी’ अयोध्या का समग्र विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश और दुनिया के लोग ‘दिव्य, भव्य, नव्य अयोध्या’ देखने के लिए उत्सुक हैं. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि अयोध्या आने वाला हर श्रद्धालु और पर्यटक शांति, संतोष और आनंद की विशेष भावना के साथ वापस जाए.
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को एक धार्मिक नगरी बताते हुए कहा, “जन भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और यहां मांस और शराब का सेवन प्रतिबंधित होना चाहिए.”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या को चौबीसों घंटे पेयजल सुविधा वाला शहर बनाने के लिए जल कार्य योजना और जल संतुलन योजना तैयार की जाए. उन्होंने अयोध्या में भूमिगत सीवर नेटवर्क के निर्माण और इसके सौर ऊर्जा संचालित शहर के रूप में विकास पर भी जोर दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या जल्द ही विश्वस्तरीय शहरों में गिना जाएगा और सनातन धर्म का केंद्र बिंदु होगा.