नई दिल्ली: भारत कुछ घंटों बाद दुनिया में इतिहास रचने वाला है. भारत का चंद्रयान-3 चांद के बेहद करीब पहुंच चुका है. आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच देगा. मिशन की सफलता के साथ ही भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा ऐसा देश होगा जो चांद तक पहुंचेगा. हालांकि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश होगा.
आज शाम ठीक 6 बजकर 4 मिनट पर दुनिया उस ऐतिहासिक पल की गवाह बनेगी जब विक्रम लैंडर चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. यह पहला मौका होगा जब चंद्रमा के साउथ पोल पर कोई देश पहुंचेगा. इस ऐतहासिक पल के साथ ही भारत चंद्रमा पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा.
विक्रम लैंडर अब चांद की सतह के बिल्कुल करीब है, यह लैंडिंग प्रोसेस शुरू कर चुका है, आज शाम को चांद की सतह पर उतरतने के बाद इसके साथ गया प्रज्ञान रोवर बाहर आएगा और आगे के मिशन पर काम करेगा. इसरो का यह मिशन 14 दिन का है, यानी लगातार 14 दिन तक रोवर काम करके चांद से कई जानकारियां इकट्ठा करेगा और धरती तक भेजेगा.
चंद्रयान-3 अपना काम पहले दिन से कर रहा है. अब तक जितनी तस्वीरें इसरो ने जारी की है, यह यान के लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा की वजह से संभव हो रहा है. बड़ी संख्या में यही तस्वीरें वैज्ञानिकों को चंद्रयान के रास्ते और चाँद के सतह की जाँच में मदद करने वाली हैं. यह भारत के अंतरिक्ष में शानदार प्रदर्शन को दुनिया के सामने लाएंगे.
यह देश को ताकत देगा. इसी के साथ भारत के अंतरिक्ष की अर्थव्यवस्था में अचानक उछाल आएगा. अभी साल 2025 तक 13 अरब डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है. 23 अगस्त शाम को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिग को लाइव देखा जा सकता है.