एक समय था जब महिलाओं को घर से बाहर तक निकलने नहीं दिया जाता था, इसी दौर में भारत की एक महिला घर से बाहर भी निकलीं, फिल्मों में काम भी किया और हिंदी फिल्म जगत की पहली ऐसी महिला बनीं जिन्होंने उस दौर में ऑनस्क्रीन 4 मिनट का किसिंग सीन दिया.
उस समय पर किसिंग सीन देना तो दूर की बात जो महिलाएं फिल्मों में काम भी किया करती थी उन्हें भी अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता था. इसके साथ ही हिन्दी फिल्म जगत की ये पहली ऐसी अदाकारा थीं जिन्होंने फिल्म मेकिंग का कोर्स किया था.
हिन्दी फिल्म जगत की इस बोल्ड अदाकारा का जन्म 30 मार्च 1908 को आंध्रप्रदेश के वाल्टेयर नगर में हुआ था. इस बहतरीन अदाकारा का नाम था देविका रानी चौधरी और इनके पिता का नाम था कर्नल एम एन चौधरी। एक बंगाली परिवार से तालुक रखने वाली देविका 9 साल की उम्र में ही पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चली गईं थी.
अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद देविका वापिस भारत लौंटी और उन्होंने ये तय किया कि वह अपना करियर फिल्मों में बनाएंगी, मगर उनके परिवार ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी. इसके बाद देविका फिरसे वापिस इंग्लैंड गईं और उन्होंने वहां से रॉयल अकादमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट से अभिनय की पढ़ाई की और फिर वास्तुकला में डिप्लोमा किया.