उत्तराखंड: सावन के पहले सोमवार को लेकर प्रदेशभर के शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. सुबह तड़के से ही श्रद्धालु मंदिरों में जलाभिषेक के लिए लंबी कतारों में लगे हैं. इस बार सावन का महीना चार जुलाई से शुरू हो गया है.
देहरादून के टपकेश्वर मंदिर के दरवाजे तड़के साढ़े चार बजे से ही भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं. देवभूमि में बम-बम भोले के जयकारों के साथ भक्त भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं. वहीं कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में शिव भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई है. सभी श्रद्धालु अपनी बारी का इन्तजार कर रहे हैं.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद महानिर्वाणी के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज के मुताबिक सावन के महीने में पहले सोमवार का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए सोमवार के दिन महादेव की विधि विधान से पूजा अर्चना करनी चाहिए.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना भगवान शिव को अति प्रिय है और सप्ताह के सात दिन में से सोमवार का दिन ही भगवान शिव को समर्पित किया गया है.
जानकारी के मुताबिक श्री तपोनिधि पंचायती अखाड़ा निरंजनी के संत स्वामी रामभजन वन महाराज का कहना है कि मासों में उत्तम पुरुषोत्तम मास की शुरुआत सावन के मध्य से हुई है. इस बार श्रावण मास 59 दिनों का होगा। इस बार खास बात यह है कि इस वर्ष श्रावण मास में आठ सोमवार होंगे.