गाजियाबाद: जिला प्रशासन एक बार फिर से सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी में जुट गया है. इसके लिए प्रशासन की निबंधन विभाग टीम ने जनपद में सर्वे का काम शुरू कर दिया. निबंधन टीम मुख्य सड़क के नज़दीक नए प्रोजेक्ट्स के सर्किल रेट पर विशेष ध्यान रख रही है.
निबंधन टीम सर्किल रेट के साथ-साथ जमीन के भावों की जानकारी भी इक्ट्ठा कर रही है. इसकी रिपोर्ट अगस्त तक भेज दी जाएगी. जिला प्रशासन के अनुसार पिछले कई वर्षों से सर्किल रेट रिवाइज नहीं किये गये है. हालांकि अब पिछले साल मामूली बढ़ोतरी की गई थी.
साल 2022 में सर्किल रेट को रिवाइज किया गया था. जिसमें काफी कम बढ़ोतरी की गई थी. पहले वर्ष 2016 में भी सर्किल रेट को बढ़ाया गया था.काफी लंबे समय से सर्किल रेट न बढ़ने की वजह से सरकार को राजस्व का काफी नुकसान उठाना पड़ रहा था . प्रशासन द्वारा एक साथ ज्यादा बढोतरी भी नहीं की जा सकती.
गाजियाबाद को 8, सर्किलों में बांटा गया है. इन सर्किलों में जिला प्रशासन की तरफ से कॉलोनियों की लोकेशन व आबादी के हिसाब से यहां के रेट तय किए जाते हैं. सर्किल रेट तीन श्रेणियों में होते हैं.
सर्किल रेट को बढ़ाने का एक आधार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भी है. गाजियाबाद जिले में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट लगाने के लिए निवेशकों द्वारा प्रस्ताव दिए गए हैं. इन्हीं प्रोजेक्ट के किनारे की जमीन के दाम महंगे होंगे.
गाजियाबाद जिलाधिकारी के अनुसार सर्किल रेट का आधार क्षेत्र में हुए बैनामा को बनाया जाएगा. जिन क्षेत्रों में संपत्तियों के बैनामे अधिक होते हैं वहां सरकारी दर और बाजार मूल्य को मद्देनजर रखा जाता है।