चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) के पावन पर्व पर श्री गीता आश्रम, ऋषिकेश, उत्तराखंड (Shree Geeta Ashram, Rishikesh, Uttarakhand) में अखंड दीपोत्सव के साथ रामचरितमानस का नवाह्न परायण पाठ एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरु हो गया है. यह पाठ विद्वान पंडितों द्वारा प्रारंभ हो चुका है. इस दौरान आश्रम में दैनिक पूजन अर्चन भी चल रहा है.

श्रीगीता आश्रम के सह प्रबंधक एवं आश्रम की पत्रिका गीता संदेश के संपादक भानुमित्र शर्मा ने कहा कि मां भगवती की आराधना एवं पूजा का बहुत ही महत्व है विशेषकर तीर्थ स्थान में. इस अनुष्ठान में भाग लेने के लिए सभी को आमंत्रित किया गया है. रामनवमी 30 मार्च को कार्यक्रम की पूर्णता होगी.
त्रिभुवन उपाध्याय, प्रेम प्रसाद, पंडित उदयराम, राजेंद्र चौहान, गिरिश शुक्ला, प्रोमिला शाह, स्वामी गीता चैतन्य आदि लोग पूजा में विशेष सहयोग प्रदान कर रहे हैं, कार्यक्रम का संचालन निरंतर रामनवमी तक होगा.
मां भगवती दुर्गा देव्यै नमः

