उत्तराखंड: बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल की सुबह श्लोकों (भजनों) और आर्मी बैंड की मधुर धुनों के बीच तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिए गए. भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया था.
बद्रीनाथ धाम का मंदिर हिंदू देवता विष्णु को समर्पित मंदिर है और यह स्थान इस धर्म में वर्णित सबसे पवित्र स्थानों में से एक प्राचीन मंदिर है. 7वीं-9वीं शताब्दी में इसके निर्माण के प्रमाण मिलते हैं. मंदिर के नाम पर ही इसके आसपास के शहर को बद्रीनाथ भी कहा जाता है.
पूर्व की भांति इस वर्ष भी भगवान बद्री विशाल के कपाट उद्घाटन के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से भगवान की पहली पूजा और आरती होगी. बद्री केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पवार ने बताया कि देश की सुख समृद्धि और तरक्की के लिए प्रतिवर्ष बद्री नारायण की प्रथम पूजा देश के प्रधानमंत्री के नाम से की जाती है.
भगवान बद्री विशाल के कपाट उद्घाटन के दौरान दर्शनार्थ पहुंचे श्रद्धालु इस मौके पर सम्मिलित होने को अपना सौभाग्य मान रहे हैं. इनमें से कई पिछले 22 वर्षों से निरंतर भगवान बदरी विशाल के कपाट उद्घाटन के साक्षी बन रहे हैं.