उत्तराखंड: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनावों में सीएम योगी आदित्यनाथ का मैजिक चला है भाजपा ने यूपी की सभी 17 मेयर सीटों पर जीत हासिल की इसके अलावा पार्षद, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद सदस्य, नगर पंचायत अध्यक्ष और नगर पंचायत सदस्यों के पदों पर भी सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज कर विपक्ष को करारी शिकस्त दी है.
उत्तर प्रदेश में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद अब सबकी निगाहें उत्तराखंड में होने वाले निकाय चुनावों पर है। जिसमें सीएम धामी की इमेज जुड़ी हुई है. सीएम बनने के बाद से सरकार के फैसलों में कई बार धमक दिखाई दी, लेकिन क्या है ये धमक निकाय चुनावों में बरकरार रहती है. ये देखना दिलचस्प होगा. भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश की तरह उत्तराखंड के निकाय चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने का दबाव रहेगा.
ये चुनाव लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे हैं. उत्तराखंड में अक्टूबर, नवंबर में निकाय चुनाव प्रस्तावित है. उत्तराखंड में निकाय चुनाव पिछली बार अक्टूबर 2018 में हुए थे, तब 90 निकाय थे. वर्तमान में राज्य में नगर निकायों की संख्या 102 है. इनमें से बदरीनाथ, केदारनाथ व गंगोत्री में चुनाव नहीं होते, जबकि रुड़की व बाजपुर के चुनाव बाद में होने के कारण इनका कार्यकाल अगले वर्ष पूरा होना है.
ऐसे में 97 नगर निकायों के चुनाव पर अब सबकी नजरें टिकी है. जो कि सीएम पुष्कर सिंह धामी की असली परीक्षा होगी. ये चुनाव इस लिहाज से भी अहम है, इसके बाद 2024 में लोकसभा चुनाव होना है. वर्तमान में प्रदेश में 9 नगर निगम हैं, जिनमें 8 पर मेयर निर्वाचित हैं। इन 8 सीटों में से 5 पर भाजपा, एक पर कांग्रेस और दो पर निर्दलीयों का कब्जा है.