उत्तराखंड: शनिवार को बागेश्वर धाम के बाबा धीरेन्द्र शास्त्री उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंचे. चार नवंबर को बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार परेड ग्राउंड के पास खेल मैदान में लगा. दरबार की खुशी भक्तों में साफ तौर पर देखी गई. सुबह से ही अगल-अलग राज्यों व उत्तराखंड के दूरस्थ इलाकों से बाबा के भक्त दिव्य दरबार में पहुंचे थे.
खेल मैदान में श्री राम और जय हनुमान के नारे लगाकर बाबा बागेश्वर की एक झलक पाने के लिए सभी भक्त बेताब दिखे. सुबह से इतंजार कर रहे भक्तों को बाबा बागेश्वर ने काफी इंतजार कराया. दरबार का समय चार बजे का दिया गया था लेकिन बाबा रात आठ बजे के बाद पहुंचे. भक्तों ने जय श्री राम और जय हनुमान के नारे लगाकर उनका भव्य स्वागत किया.
मंच में पहुंचने के बाद बाबा बागेश्वर ने अपने देरी से आने का कारण बताया और भक्तों से माफी भी मांगी। धीरेंद्र शास्त्री ने मंच को प्रणाम करते हुए हनुमान जी के चरणों मे शीश नवाया. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि देवभूमि में कण कण में भगवान का वास है. सौभाग्य है कि आप लोगों को देवभूमि में जन्म मिला है.
हर बार अपनी चमत्कारों और बयानों के लिए पहचाने जाने वाले धीरेंद्र शास्त्री ने इस बार भी मंच से हुंकार भरी और कहा वहां आए भक्तों के अंदर हिन्दू राष्ट्र और सनातन को लेकर अपने बयान दिए. बाबा ने कहा हर घर से एक बच्चा सनातन का कफ़न बांधकर निकलेगा. दुनिया की कोई भी शक्ति हनुमान जी के सामने टिक नहीं सकती.
जब शरीर दूसरा खून स्वीकार नहीं कर सकता है तो हम दूसरे मजहब को क्यो स्वीकार करें. यह देश बाबर का नही, रघुवर का है. पहले जमीनों पर कब्जा कर चादर डाल देते थे. अब जरूरत है बाबर को बेघर कर रघुवर का नाम बढ़ाया जाए. जब उन्हें बागेश्वर नाम सुनाएंगे तो कोई चादर व फादर के निकट नहीं आएगा.