उत्तराखंड मेें चारधाम यात्रा की तैयारी पर उठने लगे सवाल,केवल कागजों के पन्नो पर दिखाई यात्रा व्यवस्थाओ की तैयारी,सरकार ने भी आँख बंद करते हुए यात्रा की नहीं की सही मॉनेटरिंग.जहां एक और देश के लाखों श्रद्धालुओं मे चार धाम यात्रा को लेकर भारी उत्साह बना है,वही शासन और प्रशासन द्वारा सरल सुगम व सुरक्षित यात्रा के दाओं पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए है.
ऐसे में आने वाले कुछ समय तक सबसे कठिन होने वाली श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर सरकार व प्रशासन के दावे खोखले साबित हो सकते हैं.
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि चार धाम यात्रा जहां स्थानीय स्तर पर रोजगार के लिए वरदान साबित होती है वहीं पूरे भारत मे उत्तराखंड की छवि देव भूमि के नाम से जानी जाती है ऐसे मे यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार व प्रशासन की लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का आगाज शुरू हो चुका है तथा यात्रियों ने अपनी यात्रा के लिए देशभर से प्रस्थान शुरू कर दिया है मगर चार धाम की यात्रा में सबसे कठिन यात्रा श्री केदारनाथ धाम की होने जा रही है. उन्होंने कहा कि वैसे तो सदैव श्री केदारनाथ धाम की यात्रा सबसे कठिन रही है मगर आज के दौर में जिस प्रकार की सुविधाएं यात्रियों को दिए जाने के दावे सरकार व प्रशासन द्वारा किए गए हैं वह एक कोरे झूठ से कम नहीं है क्योंकि अधिकारियों द्वारा लगातार झूठी रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई और सरकार ने आंख बंद कर अधिकारियों के बातों को सच मान लिया तथा आज जमीन पर हकीकत बिल्कुल उलट है.