उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है. जिसके चलते रविवार सुबह से ही उत्तराखंड के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश जारी है. बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा बाधित हो गई है. सोनप्रयाग में तीर्थयात्रियों को केदारनाथ जाने से रोक दिया गया है.
इससे पूर्व सुबह 8 बजे तक कुल 5828 यात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना हुए थे. भारी बारिश के कारण प्रदेशभर से सड़कों के बंद होने सहित नुकसान की तस्वीरें सामने आ रही है. इसी बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम पहुंचे.
उत्तराखंड में मानसून की एंट्री के साथ कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. जिसका असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ा है. रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश के कारण सोनप्रयाग में केदारनाथ यात्रा अगले आदेश तक रोक दी गई है. इसका आदेश रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जारी किया है. बारिश के कारण चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है. जिसे देखते हुए रविवार से देहरादून समेत सात जनपदों में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया किया गया है. इस दौरान देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, पिथौरागढ़, नैनीताल व बागेश्वर जनपदों में कहीं-कहीं बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
उत्तरकाशी के पुरोला के कंडियाल गांव में आकाशीय बिजली गिरने से चार व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गए। जिनमें एक युवक की अस्पताल लाते समय मौत हो गई है. खेतों में धान की रोपाई करते समय यह घटना हुई है. वहीं नौगांव ब्लाक के ग्राम पंचायत जरड़ा के सिनदरा नामे तोक में आकाशीय बिजली गिरने से चार पशुओं की मौत हो गई. पशुओं को चुगाने के लिए गई एक लड़की भी झुलस गई है.