उत्तराखंड: केदारनाथ धाम की भव्यता को बढ़ाने के लिए केदारनाथ मंदिर परिसर से तीन सौ मीटर आगे पांच टन की भगवान शिव के अतिप्रिय ॐ चिन्ह की आकृति को स्थापित किया जा रहा है. इसका पहला ट्रायल हो गया है और दूसरा ट्रायल एक-दो दिन में होगा, जिसके बाद आठ से दस दिन में यह स्थापित किया जाएगा. केदारनाथ धाम की भव्यता बढ़ाने के लिए केदारनाथ मंदिर के ठीक आगे बनाए गए चबूतरे में भगवान शिव के अति प्रिय ॐ चिन्ह की आकृति को स्थापित किया जा रहा है.
इस आकृति का वजन पांच टन है और गुजरात के आर्टिस्टों की तरफ से इसको तैयार किया गया है. केदारनाथ में इसका पहला ट्रायल हो गया है और दूसरे ट्रायल की तैयारी जारी है. दूसरा ट्रायल होते ही इसको स्थापित किया जाएगा. इस ॐ की आकृति को पूरी तरह से लाइटों से भी सजाया जाएगा. लाइटों से सजने के बाद यह रात के समय बेहद आकर्षित होगा. अब केदारनाथ धाम के दर पर मत्था टेकने वाले तीर्थयात्री तथा श्रद्धालु संगम घाट के निकट आकृति के दर्शन भी कर पाएंगे.
लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी द्वारा तीर्थयात्रियों की आस्था को देखते हुए इस स्थान पर कॉपर से बना हुआ 4 मीटर लंबा और 3 मीटर चौड़ी ॐ की आकृति को स्थापित किया जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण तथा कई नव निर्माण के कार्य चल रहे हैं. ऐसे में शंकर भोले का सूक्ष्म अकार, उकार और मकार स्वरूप को इंगित करती ॐ की आकृति की स्थापना तीर्थ यात्रियों की आस्था अध्यात्म का केंद्र बन चुका है.
उत्तर प्रदेश ग्रेटर नोएडा से आए भक्त दीपांकर कुमार ने बताया कि घोड़े वाले सरकारी दर से दुगना वसूल रहे हैं यात्रियों को घोड़े वालों की मनमानी से समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है इस समस्या का समाधान जल्द सरकार को करना चाहिए जिससे भक्तजनो को कोई परेशानी न हो।