उत्तराखंड: धामी सरकार ने दिसंबर में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं. प्रदेश सरकार ने 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है. इसे हासिल करने के लिए समिट से पहले लगभग 25 हजार करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. सरकार का फोकस पहाड़ों पर निवेश करने का है, जिससे पलायन पर रोक लगाई जा सके.
इसके लिए देहरादून में सीएम धामी ने प्रदेश के प्रतिष्ठित उघोगपतियों से भी सुझाव लिए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री सलाहकार समिति के साथ बैठक कर इसका खांका खींच लिया है. समिट से पहले देश के कई शहरों और अमेरिका, दुबई व सिंगापुर में रोड शो के माध्यम से निवेशकों को उत्तराखंड में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
सीएम धामी का कहना है कि राज्य में पर्यटन, स्वास्थ्य, एडवेंचर, वेलनेस, कृषि व बागवानी आधारित फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं. ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट से प्रदेश में निवेश बढ़ने से रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. दिल्ली में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के साथ इंवेस्टर्स समिट को लेकर बैठक की जाएगी.
औद्योगिक संगठनों से भी समिट में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए सहयोग लिया जाएगा. इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिए देश के बड़े शहरों और विदेश में भी इसके लिए रोड शो करने की तैयारी है, बता दें कि साल 2018 में भी इन्वेस्टर्स समिट किया गया था, उस दौरान करीब साढ़े 22 हजार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट धरातल पर उतरा था.
जिसका फायदा उत्तराखंड के युवाओं और उत्तराखंड की इकोनॉमी को हुआ. उसी तरह इस बार भी इन्वेस्टर्स समिट होने जा रहा है, जो दिसंबर महीने में प्रस्तावित है. जिसमें पीएम मोदी के आने की भी संभावना है. इसके लिए पीएम मोदी को भी सीएम धामी की ओर से निमंत्रण दिया जा चुका है.