उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली के दौरे पर हैं. इस दौरान गुरुवार 8 मई को सीएम धामी ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात की. दोनों ही मंत्रियों से मुलाकात के दौरान सीएम धामी ने राज्य की कुछ प्रमुख योजनाओं पर चर्चा की.
सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए सड़कों के दबाव को झेलने लायक बनाने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि सभी सड़कों की यातायात क्षमता बढ़ाने बेहद जरूरी है. राज्य में लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है.
नई दिल्ली में केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री @byadavbjp जी से भेंट कर राज्य हित में गौरीगंगा नदी पर प्रस्तावित 120MV की सिरकारी भ्योल रूपसियाबगड़ जलविद्युत परियोजना निर्माण के लिए पर्यावरण स्वीकृति एवं वन भूमि हस्तांतरण को स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध… pic.twitter.com/IdKoXed1JZ
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) May 8, 2025
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री धामी ने नितिन गडकरी से ऋषिकेश बाईपास परियोजना की स्वीकृति देने के अलावा बिहारीगढ़ से रोशनाबाद तक की 33 किलोमीटर लंबी सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में स्वीकृति देने का भी अनुरोध किया. इसके साथ ही सीएम धामी ने देहरादून शहर की ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए बिंदाल व रिस्पना नदियों पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड को एनएच-7 के लूप के रूप में स्वीकृत किए जाने का भी आग्रह किया.
खटीमा में रिंग रोड निर्माण के साथ ही पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से प्रभावित एनएच-109 को दोबारा संरेखण के बाद प्रस्तावित बाईपास सड़क के निर्माण हेतु संशोधित लागत ₹371.84 करोड़ की धनराशि स्वीकृत करने और एनएच-07 पर प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर के लिए ₹110 करोड़ की अतिरिक्त सहायता दिए जाने का भी अनुरोध किया.
इसके साथ ही सीएम धामी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से टौंस पर प्रस्तावित 72 मेगावाट क्षमता की त्यूनी-प्लासू जल विद्युत परियोजना के निर्माण के लिए आवश्यक 47.547 हेक्टेयर वन भूमि एवं राजस्व भूमि (बंजर भूमि) के हस्तांतरण की शीघ्र स्वीकृति दिए जाने का अनुरोध किया.
इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि सामरिक महत्व एवं राष्ट्रहित को देखते हुए राज्य की इन जल विद्युत परियोजनाओं का निर्माण किया जाना लाभकारी होगा. वही ऋषिकेश स्थित त्रिवेणी घाट से नीलकंठ महादेव मंदिर तक रोपवे विकास के प्रस्ताव को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक में स्वीकृत करने का अनुरोध किया. वही ऋषिकेश के विश्व प्रसिद चौरासी कुटिया (बीटल्स आश्रम) के पुनरुद्धार के लिए भी केंद्र सरकार से सहयोग का अनुरोध किया.