उत्तराखंड: सोशल मीडिया में कई दिनों से एक मंदिर का मंदिर का वीडियो वायरल हो रहा है. चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित ऐतिहासिक गोपीनाथ मंदिर का ऊपरी भाग धंसने और एक तरफ झुकने की शिकायत सामने या रही है.
मंदिर के पुजारियों और जनप्रतिनिधियों ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए पुरातत्व विभाग से मंदिर के संरक्षण की मांग उठाई है. व्यापार संघ अध्यक्ष अंकोला पुरोहित और गोपीनाथ मंदिर के पुजारी हरीश भट्ट ने पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को बताया कि मंदिर के अंदर भारी मात्रा में पानी टपक रहा है. मंदिर ऊपरी हिस्से से धंस रहा है और एक तरफ झुक रहा है. समय रहते मंदिर को संरक्षण की जरूरत है.
गोपीनाथ मंदिर चतुर्थ केदार रुद्रनाथ भगवान का शीतकालीन गद्दीस्थल भी है. इन दिनों चारधाम यात्रा के तहत कई तीर्थयात्री गोपीनाथ भगवान के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं. गोपीनाथ मंदिर गढ़वाल के सबसे ऊंचे मंदिरों में शुमार है
मंदिर पर पत्थरों की नक्काशी आकर्षण का केंद्र है. मान्यता है कि नागर शैली में निर्मित यह मंदिर कत्यूरी राजाओं द्वारा बनाया गया था. गोपीनाथ चमोली जिले में बद्रीनाथ और केदारनाथ मार्ग के बीत स्थित है. ये मंदिर भागवान शिव को समर्पित है. इसके साथ ही गोपनाथ मंदिर भगवान रुद्रनाथ का शीतकालीन गद्दीस्थल है.
गढ़वाल के सबसे ऊंचे मंदिरों में गोपीनाथ मंदिर शामिल है. ऐसा कहा जाता है कि मंदिर का निरमाण कत्यूरी राजाओं ने नागर शैली में करवाया था. गोपीनाथ मंदिर पर पत्थरों की नक्काशी आकर्षण का केंद्र है.