उत्तराखंड: चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट में बड़ी दुर्घटना सामने आई है, यहां सीवर प्लांट में करंट लगने से 10 लोगों की मौत हो गई है. बताया जाता है कि घटनास्थल पर एक चौकीदार की मौत हुई थी और उसकी सूचना मिलने के बाद वहां बड़ी संख्या लोग पहुंचे थे.
इसमें पुलिसकर्मी भी थे, जो पंचनामा करने के लिए वहां पहुंचे थे. तभी वहां एक लोहे की एक रेलिंग में करंट दौड़ गया और करंट की चपेट में आकर करीब दो दर्जन लोग झुलस गए. इसमें 10 लोगों की मौत हो गई. जबकि 14 के करीब लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जो बुरी तरह झुलसे थे.
खबरों के मुताबिक, वहां आसपास के कई बिजली लाइनें गई हैं और संभवत हो सकता है कि बारिश की वजह से वहां लोहे की रेलिंग में करंट आया हो, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है. इसकी जांच चल रही है.
देहरादून से खबरों के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना का संज्ञान लिया है और वो राजधानी से चमोली जाएंगे और वहां जाकर खुद इसका मुआयना करेंगे. उन्होंने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं.
हालांकि सवाल उठ रहा है कि जब चौकीदार की मौत हुई थी तो उसके बाद वहां शटडाउन क्यों नहीं लिया गया. खबरो में यह भी कहा गया है कि ट्रांसफार्मर फटने से ये हादसा हुआ है. ट्रांसफार्मर फटने से करंट चौतरफा फैल गया.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि करंट की चपेट में आने के बाद वहां मौजूद लोग काफी देर तक झुलसते रहे. जब वहां की पावर लाइन बंद की गई तो वहां से सभी को बाहर निकालकर पीपलकोठी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया.
वहां पहुंचने तक दस लोग दम तोड़ चुके थे. जबकि 14 अन्य घायलों का इलाज चल रहा है. इन घायलों में से भी कई की हालत गंभीर बताई जाती है. ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ने का अंदेशा भी जताया जा रहा है.