ग्रेटर नोएडा: नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़े जाने वाली मेट्रो लाइन परियोजना को कैबिनेट से मंजूरी मिलने में एक बार फिर से बाधा आ गई है. केन्द्र सरकार के मंत्रालय ने डीएमआरसी और एनएमआरसी को फिर से ब्लू और एक्वा लाइन को आपस में जोड़ने के विकल्प तलाशने के लिए कहा गया हैं. अब विकल्प तलाशने के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी.
नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इस परियोजना के पहले चरण में सेक्टर-2 तक मेट्रो जाएगी. इसमें पांच स्टेशन होंगे, जिनमें नोएडा क्षेत्र में सेक्टर-122 व सेक्टर-123, जबकि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के क्षेत्र में सेक्टर-4 ,ईकोटेक-12 व सेक्टर-2 में स्टेशनों को बनाया जाएगा. इस कॉरिडोर की लंबाई 9.605 कि०मीटर होगी.
नोएडा दिल्ली को जोड़ने वाली ब्लू लाइन का नजदीकी स्टेशन सेक्टर-52 है. और नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली एक्वा लाइन का नजदीकी स्टेशन सेक्टर-51 है. इन्हीं के नजदीक से ग्रेटर नोएडा वेस्ट की मेट्रो लाइन को जाना है. सेक्टर-51और सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन आपस में जुड़े हुए नहीं हैं.
इनको आपस में जोड़ने के लिए अब नोएडा प्राधिकरण एफओबी/स्काईवॉक को बनवा रहा है. नोएडा, ग्रेटर नोएडा मेट्रो के इस रूट को लेकर वर्ष 2016 में जो डीपीआर तैयार की गई थी उसके अनुसार इस परियोजना पर 2682 करोड़ रूपए खर्च होने थे.