माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर फायरिंग करने वाले शूटर्स अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी को नैनी सेंट्रल जेल से प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट किया गया है. नैनी जेल में अतीक का बेटा अली अहमद कैद है. ऐसे में गैंगवार के खतरे को देखते हुए तीनों शूटर्स की जेल बदली गई है.
नैनी जेल के अंदर बनी तन्हाई बैरक में इन तीनों शूटरों को रखा गया था. सुरक्षा को लेकर बॉडीबार्न कैमरे व अन्य बंदी रक्षकों को लगाया गया था. तन्हाई बैरक जेल के एक कोने में बनी है और उसमें किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाता है. जेल के अंदर अतीक के बेटे के साथ समर्थक व गुर्गों में हत्या के बाद से आक्रोश है और वह हत्यारोपियों को नुकसान पहुंचने का पूरा प्रयास करेंगे, इस बात की आशंका हमेशा बनी हुई थी.
अली बार-बार सिर्फ एक ही बात कह रहा है कि धोखे से हमारे भाई को मार दिया, अब्बू और चाचा को भी मार दिया. अब क्या बचा, सब कुछ तो लुट गया। अब हमारा क्या होगा. परिवार का क्या होगा। इतना जुल्म तो नहीं करना चाहिए था.