उत्तराखंड

नरेंद्रनगर में संपन्न हुई जी-20 देशों की एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की दूसरी बैठक

उत्तराखंड में दूसरी जी20 एंटीकरप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग का नरेंद्रनगर में समापन हो गया है तीन दिनों तक चली बैठक के दौरान 20 सदस्य देशों 10 आमंत्रित देशों और नौ अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 90 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया जी20 की बैठक 25 से 27 मई तक आयोजित की गई जी20 एंटीकरप्शन वर्किंग ग्रुप की दूसरी बैठक का उद्घाटन 25 मई को रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने किया आज ये बैठक नरेंद्रनगर में संपन्न हो गई है.

बैठक में 20 सदस्य देशों 10 आमंत्रित देशों और यूएनओडीसी ओईसीडी एगमॉन्ट ग्रुप इंटरपोल और आईएमएफ सहित 9 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 90 प्रतिनिधियों की व्यापक भागीदारी थी मीटिंग की अध्यक्षता राहुल सिंह अतिरिक्त सचिव भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग और अध्यक्ष जी20 एंटीकरप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग ने की बैठक की सहअध्यक्षता इटली के टास्क फोर्स के प्रमुख जी20 एंटीकरप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग के सहअध्यक्ष जियोवन्नी टार्टाग्लिया पोलसिनी और इटली के ही पूर्णाधिकारी मंत्री विदेश और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री फैब्रिजियो मारसेली ने की.

पिछले तीन दिनों में एसेट रिकवरी भगोड़े आर्थिक अपराधियों सूचना साझा करने के लिए सहयोग के औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों भ्रष्टाचार से निपटने के लिए संस्थागत ढांचे और आपसी कानूनी सहायता से संबंधित कई प्रमुख विषयों और क्षेत्रों पर गहन विचारविमर्श हुआ प्रतिनिधियों ने बैठक में भ्रष्टाचार को रोकने और उससे मुकाबला करने के लिए तीन उच्च स्तरीय सिद्धांतों पर सहमति व्यक्त की ये सिद्धांत जिम्मेदार सार्वजनिक निकायों और प्राधिकरणों की अखंडता और प्रभावशीलता को बढ़ावा देना भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए कानून प्रवर्तन संबंधी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सूचना साझाकरण को मजबूत करना और भ्रष्टाचार से संबंधित संपत्ति वसूली तंत्र को मजबूत करना है.

एसीडब्ल्यूजी के पहले दिन लिंग और भ्रष्टाचार पर एक साइड इवेंट भी आयोजित किया गया इस कार्यक्रम में विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने शिरकत की इस आयोजन के दौरान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भ्रष्टाचार के लैंगिक पहलुओं पर विचारविमर्श किया जिस तरह से महिला सशक्तिकरण आंतरिक रूप से भ्रष्टाचार विरोधी पहलुओं से जुड़ा हुआ है लैंगिक संवेदनशील शासन और नीति निर्माण की आवश्यकता है प्रतिनिधियों को ऋषिकेश में प्रवास के दौरान भारत की समृद्ध संस्कृति विरासत और व्यंजनों के स्वाद लेने का भी अवसर प्राप्त हुआ.

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