उत्तराखंड: केदारनाथ मंदिर में पेटीएम क्यूआर कोड से दान करने की चर्चा होने के बाद बड़ा खेल सामने आया है. मंदिर समिति का कहना है कि केदारनाथ व बदरीनाथ में मंदिरों में विभिन्न स्थानों पर डिजिटल दान के लिए लगे क्यूआर कोड श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की ओर से नहीं लगाए गए है. अब मामला पुलिस तक पहुंच गया है. जिसकी शिकायत दर्ज कराई गई है.
केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को खुले तो मंदिर में दान के लिए पेटीएम से डिजिटल दान करने की सुविधा का सोशल मीडिया में मामला जमकर वायरल हुआ. शुरूआत में इसको लेकर कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चर्चा भी हुई. लेकिन अब एक सप्ताह में मंदिर समिति की ओर से इस पर सफाई सामने आई है.
बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बयान जारी कर कहा है कि केदारनाथ व बदरीनाथ में मंदिरों में विभिन्न स्थानों पर डिजिटल दान के लिए लगे क्यूआर कोड श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की ओर से नहीं लगाए गए है. इसकी शिकायत पुलिस से की गई है. मंदिर समिति पेटीएम के जरिए डिजिटल दान नहीं ले रही है.
अब ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि मंदिर में पेटीएम का स्कैनर किसने और कब लगाए। साथ ही इसका अब तक का डोनेशन का पैसा किसके खाते में गया है. ये अब जांच का विषय है. लेकिन इस पूरे मामले में मंदिर समिति की बड़ी लापरवाही भी सामने आई है. मंदिर में पेटीएम का स्केनर लगाया गया और मंदिर समिति को इसकी भनक तक नहीं लगी.