उत्तराखंड: उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को 17 दिन बाद सुरक्षित निकाला गया. इन 41 मजदूरों में चार मजदूर आडिसा के हैं, इन चार मजदूरों के अपने राज्य वापस आने के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उसने मुलाकात की. इसके साथ ही सभी को दो-दो लाख रुपये की सहायता धनराशि प्रदान की. ये चार श्रमिक बालासोर के राजू नायक, मयूरभंज के धीरेन नायक और विश्वेश्वर नायक और नबरंगपुर के भगवान भतरा हैं.
उत्तरकाशी की सुरंग में विपरीत परिस्थितियों में जिंदगी की जंग जीतने वाले श्रमिकों को ‘नायक’ बताते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें 2-2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी. उन्होंने सुरंग के अंदर उनके संघर्ष और उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में भी जानकारी ली.. बता दें उत्तरकाशी से टनल से निकलने के बाद श्रम विभाग के अधिकारियों की टीम द्वारा चार श्रमिकों को उनके परिवारों के साथ नई दिल्ली से लेकर आए. इन श्रमिकों और उनके परिवारजनों के साथ मंत्री सारदा नायक भी थे, जिन्होंने विभाग के अधिकारियों और श्रमिकों के परिवारों को साइट पर भेजने और उनकी यात्रा, भोजन और आवास की व्यवस्था करने के लिए मुख्यमंत्री और 5टी के अध्यक्ष वीके पांडियन को धन्यवाद दिया. इस मौके पर श्रम आयुक्त एन थिरुमाला नाइक भी उपस्थित थे.
मंत्री ने कहा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक यह भी सुनिश्चित किया कि श्रमिकों और उनके परिवारों को सुरक्षित घर वापस भेजा जाए. इसके अलावा सुरंग से बचाया गया पांचवां ओडिया श्रमिक भद्रक का तपन मंडल बाद में एक रिश्तेदार के साथ लौट आएगा.