उत्तराखंड: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए नए पंजीकरण फिर से शुरू हो गए हैं. यात्री ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से पंजीकरण करा सकेंगे. केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 25 हजार से अधिक पंजीकरण हो रहे हैं. इधर चार धाम में आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा दो माह में ही 30 लाख पार कर चुका है. जिनमें से केदारनाथ में 10 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। ये आकंड़ा केदारनाथ में दो माह से कम समय का है.
पर्यटन विभाग व प्रशासन ने नए पंजीकरण पर रोक को हटा दिया है. प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 20 जून तक ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक लगाई थी. 22 से 26 जून तक की यात्रा के लिए एक लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है. 25 अप्रैल को कपाट खुलने के बाद से अब तक केदारनाथ धाम में करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं। जो कि इस बार नया रिकाॅर्ड बना सकता है.
वही चारधाम में भी अब तक 30 लाख तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं. पिछली बार चारों धाम में पूरे सीजन में 35 लाख का आंकड़ा पार हुआ था। लेकिन इस बार दो माह से भी कम समय में ये आंकड़ा 30 लाख पार कर चुका है. हालांकि प्रदेश में प्री मानसून दस्तक दे चुका है. लगातार बारिश अब यात्रा मार्गों को प्रभावित कर सकती है. जिससे प्रशासन के लिए अब आने वाले समय में यात्रा कराना बडी चुनौती साबित हो सकती है.
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं के सगुम दर्शन और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखण्ड पुलिस के जवान समर्पित हैं. अभी तक 30 लाख से अधिक यात्री चारों धाम के दर्शन कर चुके हैं. जिनमें गंगोत्री के 5 लाख 35 हजार 327, यमुनोत्री के 4 लाख 65 हजार 295, केदारनाथ के 10 लाख 17 हजार 195 बदरीनाथ के 8 लाख 98 हजार 221, हेमकुण्ड साहिब. 88 हजार 455 श्रद्धालु चारधाम दर्शन कर अपने गंतव्यों को प्रस्थान कर चुके हैं. केदारनाथ में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन किये गये हैं.