उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बढ़ती लोकप्रियता और बतौर सीएम धामी के उठाए गए बड़े कदमों से लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के लिए भाजपा को चुनौती देना आसान नहीं है. ऐसे में कांग्रेस अभी से उत्तराखंड में मिशन 2024 में जुट गई है.
इसके लिए कांग्रेस ने रणनीति तैयार की है. इसके लिए कांग्रेस अपने सबसे बड़े चेहरे राहुल गांधी को उत्तराखंड में उतारने की तैयारी है. कांग्रेस उत्तराखंड में सितंबर और अक्टूबर माह में पदयात्रा करेगी. जिसमें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी उतारा जाएगा. इस दौरान कांग्रेस अग्निपथ और अंकिता भंडारी हत्याकांड जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी.
उत्तराखंड में धामी सरकार ने बीते एक साल में जनता के बीच काफी लोकप्रियता हासिल कर ली है. सीएम धामी का मास्टरस्ट्रोक समान नागरिक संहिता को माना जा रहा है. जिसको लेकर पूरे देश की नजर उत्तराखंड पर है. इसके अलावा जिस तरह से सीएम धामी जनता के बीच पहुंचकर सीधे उनका दुख दर्द बांटने की कोशिश करते हैं और लोगों के बीच सीधा संवाद स्थापित करते हैं. ऐसे में उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव में धामी की लोकप्रियता पर वार करने की चुनौती है. जिसे कांग्रेस अपनी रणनीति से कम करने में जुट गई है.
इसके लिए उत्तराखंड कांग्रेस ने एक बैठक कर नए कार्यक्रम की रुपरेखा तय की है. जिसमें प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत कांग्रेस के बड़े नेता मौजूद रहे. इस दौरान आगामी वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गई. जिसमें ज्वलंत मुद्दों को जनता के बीच जाने पर मंथन हुआ. कांग्रेस प्रदेशभर में दो माह तक पदयात्रा निकालेगी.
इसमें पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी भी भाग लेंगे. प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पदयात्रा लगभग सभी विधानसभाओं से होकर गुजरेगी और जनता से संवाद करने का माध्यम बनेगी. प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि राहुल गांधी उत्तराखंड की स्थितियों से भलीभांति अवगत हैं. इसलिए वह उत्तराखंड को लेकर गंभीर हैं. तभी उन्होंने उत्तराखंड में पदयात्रा के लिए लंबा समय देने का वचन दिया है.