उत्तराखंड: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाथूराम गोडसे पर दिए बयान के बाद सियासत जारी है. मामले को लेकर आज हरिद्वार में कांग्रेसी सड़कों पर उतरे और त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला दहन किया. साथ ही नारेबाजी कर तीखा हमला भी बोला. कांग्रेसियों का आरोप है कि बीजेपी के लोग जब विदेश जाते हैं, तो वहां पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का महिमामंडन करते हैं,
लेकिन जब अपने देश में पहुंचते हैं तो वो महात्मा गांधी की उपेक्षा करते हैं. जबकि, महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का बीजेपी के नेता महिमामंडन करते हैं, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जब तक बीजेपी के लोग नाथूराम गोडसे का गुणगान करते रहेंगे, कांग्रेस इसी तरह सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करती रहेगी.
हरिद्वार कांग्रेस नगर अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देश को आजादी दिलाने वाले महात्मा गांधी को गोली मारने वाले नाथूराम गोडसे का गुणगान किया है. इससे बड़ा कोई पाप हो नहीं सकता है. उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री रह चुके हैं. ऐसे में महात्मा गांधी जैसे महान पुरुष के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना काफी निंदनीय है.
सोमवार को यूथ कांग्रेस के नेता विधानसभा के सामने एकत्रित हुए और त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने जमकर हंगामा किया और पुलिस बैरिकेड के ऊपर चढ़ गए. हालांकि पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया. यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित भुल्लर ने त्रिवेंद्र के बयान को गलत ठहराते हुए कहा, पार्टी को इस बयान के बाद त्रिवेंद्र रावत को निष्कासित कर देना चाहिए. इससे पहले भी कांग्रेस के तमाम नेता त्रिवेंद्र रावत को पार्टी के निष्कासित करने की मांग कर चुके हैं.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने एक बयान में गोडसे को देशभक्त कहा था जिसके बाद से उत्तराखंड में कांग्रेस लगातार त्रिवेंद्र रावत के इस बयान पर हमलावर है. हालांकि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र अपने बयान पर अभी भी कायम हैं और अब उन्होंने कांग्रेस को ही गांधी जी की हत्यारा बता दिया है. उधर भाजपा के अजय भट्ट भी त्रिवेंद्र रावत के समर्थन में नजर आये हैं. आने वाले दिनों में इस मुद्दे को कांग्रेस आगे भुनाने में कितना कामयाब होगी ये तो आने वाला वक्त ही तय करेगा.