उत्तराखंड: केदारनाथ में चल रहे पुर्ननिर्माण कार्यों के बीच तीर्थ पुरोहितों और हक हकूकधारियों ने सरकार के सामने अपनी कुछ मांगे रखी हैं. तीर्थ पुरोहितों ने जून 2013 की आपदा में केदारनाथ में भवन व भूमि खो चुके प्रभावितों को भूस्वामित्व देने समेत अन्य मांगों को लेकर सरकार के सामने अपनी बात रखी है. इस दौरान केदारनाथ में यात्रा ने भी जोर पकड़ी है.
केदार सभा के अध्यक्ष पं० राजकुमार तिवारी ने कहा कि आपदा में अपने भवन, भूमि खो चुके लोगों को भूस्वामित्व देने की मांग लंबे समय से की जा रही है. लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है. उन्होंने पुनर्निर्माण के तहत केदारनाथ में बनाए जा रहे तीन से चार मंजिला भवनों को पहाड़ों कीपरिस्थिति के विपरीत बताया है.
कहा कि केदारनाथ में तीन से चार मंजिला भवन बनाने का सरकार को विकल्प तलाशना चाहिए. बता दें कि अब तक केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों के लिए बनाए जा रहे भवन में से कुछ पुरोहितों को भवन हेंडओवर हो चुके हैं. जबकि कुछ को अभी इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसे में तीर्थ पुरोहित सरकार से जल्द ही भवनों के निर्माण को पूरा करने और भू स्वामित्व की मांग कर रहे हैं.
इस बीच केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए वायु सेना के हेलीकाप्टर चिनूक ने केदारनाथ धाम में निर्माण सामग्री व भारी मशीनों को पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है. शनिवार को पहले दिन चिनूक ने गौचर हवाई पटटी से उड़ान भरकर 2.4 टन निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचाई. वहीं इस बार लगभग 250 टन निर्माण सामग्री पहुंचाई जाएगी. केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो में वायु सेना के चिनूक हेलीकाप्टर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. अभी तक 2 हजार टन से अधिक पुर्ननिर्माण सामग्री चिनूक से केदारनाथ धाम पहुंचाया जा चुका है.