उत्तर प्रदेश में 4 मई को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शहरी निकाय चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए मंच तैयार है. राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, 37 जिलों के लोग पहले चरण में 7,593 प्रतिनिधियों को चुनने के लिए मतदान करेंगे, जिनमें 10 महापौर और 820 नगरसेवक शामिल हैं.
दूसरे चरण का मतदान 11 मई को होगा. दो चरणों का चुनाव अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पार्टियों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी. अधिकारियों ने कहा कि पहले दौर के मतदान में 2.40 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं और कहा कि सभी पदों पर पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा जा रहा है.
पहले चरण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 35 कंपनियों और पीएसी की 86 कंपनियों सहित वर्दी में 2 लाख जवानों को तैनात किया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि 19,880 निरीक्षक, 1.01 लाख हेड कांस्टेबल, 47,985 होमगार्ड और 7,500 प्रशिक्षु उप निरीक्षक भी सुरक्षा सामग्री का हिस्सा होंगे.
विशेष पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने कहा कि शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए अब तक 1,101 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है, जबकि अन्य 14 पर एनएसए लगाया गया है, जो पहले से ही जेल में हैं और मतदान से पहले जमानत चाहते हैं.