उत्तर प्रदेश से रिपोर्ट की गई एक भयानक घटना में, एक नाबालिग बलात्कार पीड़िता के घर को जमानत पर छूटे आरोपी पुरुषों द्वारा कथित रूप से आग लगा दी गई, जिसके परिणामस्वरूप इस घटना में दो शिशु गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्नाव जिले से खून बहने की घटना की सूचना मिली थी और सोमवार को इससे पहले हुई थी. पुलिस ने कहा कि इस मामले में आरोपी अमन (18) और सतीश (26) जमानत पर हैं और दो महीने पहले रिहा हुए थे.
जमानत पर बाहर गैंगरेप के दो आरोपियों ने सोमवार को अपने साथियों की मदद से 14 वर्षीय पीड़िता के घर में कथित तौर पर आग लगा दी. शिशुओं में से एक चार महीने का लड़का है, जो गैंगरेप से पैदा हुआ बच्चा है, और दूसरी पीड़िता की तीन महीने की बहन है. दुख की बात है कि बच्चों को क्रमशः 30% और 40% जलने की चोटें आईं, और उनकी स्थिति गंभीर बताई गई है.
रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि यह घटना 13 फरवरी, 2022 को हुए एक गैंगरेप से संबंधित है, जिसके लिए तीन व्यक्तियों – अमन, सतीश और अरुण को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. सतीश और अरुण को बाद में ज़मानत पर रिहा कर दिया गया था और सोमवार की घटना में वे और उनके सहयोगी शामिल थे.
किशोरी गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने दावा किया है कि उन पर आरोपियों के परिवार द्वारा मामला वापस लेने का दबाव डाला जा रहा था. पीड़िता और आरोपी दोनों दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं.