महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर से अपने चरम पर पहुंच चुकी है। उद्धव ठाकरे की याचिका पर बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने जो टिप्पणी की उसे लेकर ठाकरे मौजूदा महाराष्ट्र की सरकार को नैतिकता के पाठ पढ़ा रहे हैं। बीते दिन उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि, अगर थोड़ी भी प्रदेश की सरकार में नैतिकता बची हो तो सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं एक बार फिर नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए उद्धव ठाकरे ने शिंदे सरकार पर हमला बोला है.
इसके अलावा उन्होंने तत्कालीन राज्यपाल रहे भगत सिंह कोश्यारी को भी आड़े हाथों लिया है। उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फणडवीस को निशाने पर लेते हुए कहा कि, सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है वो फिलहाल वर्तमान सरकार के लिए राहत है। स्पीकर को इस पूरे मामले पर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए। ठाकरे ने कहा कि, अगर अब स्पीकर कोई गलत फैसला देते हैं तो हम एक बार फिर कोर्ट जाने के लिए तैयार हैं.
इस पूरे मामले में बीते दिन जमकर नेताओं में बयानबाजी हुई। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उद्धव ठाकरे ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बीजेपी और शिंदे को खूब खरी खोटी सुनाई और उन्हें नैतिकता के पाठ भी पढ़ाए थे. इसके अलावा ठाकरे ने राज्यपाल की भूमिका पर भी कई सवाल खड़े किए और कहा कि उन्होंने जो किया था वो गैर संवैधानिक था। वो भाजपा की प्रवक्ता की तरह काम करते रहें.
उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर हमला बोला है. उन्होंने कोश्यारी पर ताजा तरीन बयान देते हुए कहा है कि, “उन्होंने जो गैरकानूनी काम किया है उसके लिए मुझे लगता है कि उनके खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए। राज्यपाल किसी कानून के तहत नहीं आते तो इसका मतलब यह नहीं है कि वे अपनी मनमर्जी करें.