महाराष्ट्र: नए संसद भवन के उद्घाटन पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है. NCP प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को पुणे में कहा कि मैंने सुबह का आयोजन देखा। मुझे खुशी है कि मैं वहां नहीं गया। वहां जो कुछ हुआ उसे देखकर मैं चिंतित हूं. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या हम देश को पीछे ले जा रहे हैं? क्या यह आयोजन सीमित लोगों के लिए ही था? नई संसद के उद्घाटन पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने हवन, बहुधार्मिक प्रार्थना और ‘सेंगोल’ के साथ प्रवेश पर भी सवाल खड़े किए.
इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने रविवार को कहा कि यह दुखद है कि नए संसद भवन का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से नहीं कराया गया. NCP प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने ट्वीट किया कि हमारे देश में लोकतंत्र है, राजशाही नहीं। हमारी राष्ट्रपति, हमारे देश की संवैधानिक प्रमुख को नए संसद भवन का उद्घाटन नहीं करता देख दुख हुआ.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने ऐतिहासिक सेंगोल को लोकसभा कक्ष में स्थापित किया. उल्लेखनीय है कि कई विपक्षी दलों ने समारोह का बहिष्कार किया था. विपक्षी दलों ने जोर देकर कहा था कि राज्य के प्रमुख के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को यह सम्मान दिया जाना चाहिए.
शरद पवार ने कहा कि मुझे संतोष है कि मैं नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुआ। क्योंकि वहां मौजूद लोगों को देखकर, जो भी धार्मिक कांड हो रहा था, मैं इस समारोह में न जाने के फैसले से संतुष्ट था. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू की आधुनिक भारत की अवधारणा और संसद में आज जो कुछ हो रहा है, उसमें बहुत बड़ा अंतर है. एक बार फिर हमें चिंता सताने लगी है कि हम देश को चंद सालों के लिए पीछे ले जा रहे हैं.