महाराष्ट्र: सरकार ने आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज का एक भव्य स्मारक बनाने का फैसला किया है. मुगलों से आगरा की मुक्ति शिवाजी महाराज की गौरवशाली इतिहास की एक प्रेरणादायक घटना है. वित्त मंत्री अजित पवार ने बताया कि, स्मारक बनवाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के सहयोग से जगह उपलब्ध कराई जाएगी.
आगरा में जहां छत्रपति शिवाजी महाराज को नजरबंद किया गया था, उस स्थान पर उनका भव्य स्मारक बनाए जाने की बात हो रही है. बताते चले कि, महाराष्ट्र में समुद्र तटों, प्राचीन गुफाओं, किलों और घने वन संसाधनों की समृद्ध विरासत है. पर्यटन क्षेत्र में निजी निवेश के लिए उत्साहजनक और अनुकूल माहौल बनाने के लिए “पर्यटन नीति 2024” की घोषणा की गई है. इसका लक्ष्य अगले 10 सालों में पर्यटन क्षेत्र में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना है. वित्त मंत्री अजीत पवार ने बताया कि राज्य की स्वास्थ्य पर्यटन नीति भी तैयार की जा रही है.
अजित पवार ने कहा कि, नवीनतम तकनीक के आधार पर आने वाली पीढ़ियों को शिवाजी के प्रेरक चरित्र से परिचित कराने के लिए पुणे शहर के अम्बेगांव में चार चरणों में भव्य शिवश्रुति परियोजना स्थापित की जा रही है. दो चरणों का काम पूरा हो चुका है और शेष काम को गति देने के लिए राज्य सरकार 50 करोड़ रुपये और उपलब्ध कराएगी.
छत्रपति शिवाजी द्वारा स्थापित स्वराज्य की रक्षा और विस्तार के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले, अपार वीरता और साहस के साथ लड़ने वाले और सभी युद्धों में विजय प्राप्त करने वाले छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता के प्रमुख निशान महाराष्ट्र के कोंकण में संगमेश्वर स्थान है. महाराज ने औरंगजेब की विशाल सेना के उंगलियों पर गिने जा सकने वाले वीर योद्धाओं को अपने साथ ले लिया था. अजित पवार ने यह भी कहा कि स्वराज्य के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वाभिमानी राजा की वीरता की स्मृति को स्थायी रूप से संरक्षित करने के लिए संगमेश्वर में एक भव्य स्मारक के निर्माण की घोषणा करेंगे.
छत्रपति संभाजी महाराज के बलिदान की पवित्र भूमि मौजे तुलापुर और उनकी शहादत की समाधि स्थल मौजे वधू बुद्रुक में उनके लिए एक भव्य स्मारक का निर्माण कार्य प्रगति पर है. सरकार ने हाल ही में हर साल एक प्रेरणात्मक गीत को “छत्रपति संभाजी महाराज राज्य प्रेरणा गीत” पुरस्कार देने का भी फैसला किया है. अजित पवार ने कहा, हमने स्वराज्य के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले लाखों मराठों की वीरता के प्रतीक के रूप में हरियाणा के पानीपत में एक उपयुक्त स्मारक बनाने का भी फैसला किया है. अजीत पवार ने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार की मदद से इस स्मारक के लिए जगह उपलब्ध कराई जाएगी.