उत्तराखंड: प्रदेश में बीते महीने से हो रही मूसलाधार बारिश से काफी हद तक निजात मिलती दिख रही है. जिसे देखते हुए सितंबर माह से केदारनाथ यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा. बता दें पहाड़ों में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. ऐसे में मानसून में केदारनाथ यात्रा की रफ्तार में कमी आ गई थी.
पिछले कुछ समय से भारी बारिश के कारण गौरीकुंड हाईवे व केदारनाथ पैदल मार्ग का जो हाल है उससे श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. भूस्खलन और भूधंसाव के चलते गुप्तकाशी से गौरीकुंड के बीच 58 किलोमीटर लंबा हाईवे कई स्थानों पर खतरनाक बना हुआ है. कई स्थान ऐसे हैं जहां सिंगल लेन सड़क ही बची हुई है.
ऐसी ही स्थिति 22 किलोमीटर लंबे केदारनाथ पैदल मार्ग की भी बानी हुई . बता दें केदारनाथ धाम पर अभी तक 12 लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ धाम के कपाट 25 जून को खुले थे और अभी ढाई माह से अधिक केदारनाथ की यात्रा चलेगी. हालांकि सितंबर माह शुरू होने के बाद एक बार फिर केदारनाथ यात्रा रफ्तार पकड़ेगी.
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार अरब सागर से नमी खींचने वाली ट्रफ लाइन अभी हमारे नजदीक है. इसके कारण लगातार बारिश हो रही है. मौसम वैज्ञानिकों ने 27 अगस्त के बाद कुछ हद तक मानसून से राहत मिलने की संभावना जताई है.