उत्तराखंड: भूकंप के झटकों का सिलसिला जारी है. सोमवार को एक बार फिर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. जिसकी तीव्रता 4.0 मापी गई है. हालांकि अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है.
पिथौरागढ़ जिले की सीमांत तहसील बंगापानी में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किये गये. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक सोमवार की सुबह 9.11 बजे बंगापानी में भूकंप के झटके महसूस किये गये। भूकंप की तीव्रता रेक्टर पैमाने पर 4.0 आंकी गई. भूंकप का केंद्र भारत नेपाल सीमा पर 29.8 लैग्निट्यूड नार्थ और 80.61 लोंग्यूट्यूड रहा. भूकंप जमीन की सतह से पांच किलोमीटर नीचे उत्पन्न हुआ.
इन क्षेत्रों में पिछले कुछ महीनों में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. जिससे लोगों में दहशत है. पिथौरागढ़ के साथ ही उत्तरकाशी जिले में भी कई बार लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. इससे पहले 5 अक्टूबर को भी उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
आधी रात के बाद 3:49 बजे 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था. रविवार शाम को दिल्ली-एनसीआर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में झटके महसूस किए गए थे. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने फरीदाबाद में जमीन के 10 किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र बताया था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.1 मापी गई है. भूकंप करीब 4 बजकर 8 मिनट पर महसूस किया गया था. जिससे लोगों में दहशत पैदा हो गई.
उत्तराखंड भूकंप जोन 4 और 5 में आता है, जिसकी वजह से यहां भूकंप का खतरा ज्यादा रहता है. उत्तराखंड के अति संवेदनशील जोन 5 की बात करें तो इसमें रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं. इसके अलावा उधम सिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी और अल्मोड़ा जोन 4 में आते हैं. बता दें कि जोन 4 और 5 को भूकंप के लिहाज से अतिसंवेदनशील माना जाता है.