उत्तराखंड: हर साल आठ अगस्त को तीलू रौतेली की जयंती पर प्रदेश की महिलाओं को सम्मानित किया जाता है. महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली महिलाओं और किशोरियों को राज्य सरकार की ओर से तीलू रौतेली पुरस्कार दिया जाता है, साल 2023 में भी 13 महिलाओं और किशोरियों को राज्य स्तरीय तीलू रौतेली पुरस्कार और 35 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार के लिए चयन किया है.
जिन्हें मंगलवार को आईआरडीटी सभागार में आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा. इस साल 13 महिलाओं को यह पुरस्कार दिया जाएगा। हर जिले से एक महिला या किशोरी का इस पुरस्कार के लिए चयन किया गया है. इसमें दिव्यांग खिलाड़ी मोहिनी कोरंगा एवं नीलिमा राय समेत कई का चयन किया गया है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुरस्कार के लिए नैनीताल जिले से धनी मेवाड़ी, तारा भट्ट ,नीतू अल्मोड़ा जिले से चंद्रा देवी, उमा आर्य, पुष्पा और शीला देवी का चयन किया गया है. वही बागेश्वर जिले से जानकी देवी, लीलावती देवी, अनीता नेगी, शशि कला, चंपावत जिले से उर्मिला बिष्ट, देहरादून से शहनाज व सारो देवी, हरिद्वार से यशोदा शर्मा, शशि, रूबी, रुकय्या का चयन किया गया है.
पौड़ी जिले से संगीता, सावित्री, विमला, सुनीता और ज्योति जब्कि पिथौरागढ़ जिले से नीमा, शिवांगी देवी, हन्सा कन्याल, रुद्रप्रयाग जिले से राजेश्वरी देवी, टिहरी जिले से पूजा चमोली, पदमा उनियाल ,राजमती नेगी, उधम सिंह नगर जिले से रंजू , राधा चंद एवं उत्तरकाशी जिले से राजवती देवी का पुरस्कार के लिए चयन किया गया है. विभाग की ओर से एक अन्य का नाम अभी जारी नहीं किया गया है. इसी तरह तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए कुछ का नाम अभी घोषित नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि 8 अगस्त 1661 को तीलू रौतेली का जन्म हुआ था प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली की जयंती पर वर्ष 2006 से महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं और किशोरियों के लिये तीलू रौतेली पुरस्कार की शुरूआत की थी. ऐसा कहा जाता है कि 15 मई 1683 को तीलू घर लौट रही थी तभी उसकी नज़र नयार नदी पर पड़ी. वह अपना हथियार किनारे पर रखकर नदी में स्नान करने के लिए उतर गई। कत्यूरी सैनिक रामू रजवार ने उस पर पीछे से छिपकर हमला किया और उसे मार डाला.