उत्तर प्रदेश: दीपावली के पांच दिवसीय पर्वों की श्रृंखला अभी चल रही है. इसी कड़ी में गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में गोवर्धन पूजा पर विधि-विधान से पूजा की. गायों और गोवंश को माला पहनाया, तिलक लगाए और आशीर्वाद लेकर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की. इस दौरान सीएम ने प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गोवंश भारत की समृद्धि का आधार रहा है.
दीपावली के दिन से ही गोरखपुर में निवास कर रहे सीएम योगी ने गोवर्धन पूजा के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए कई अभिनव कार्यक्रम संचालित कर रही है. प्रदेश में सिर्फ गोपूजन ही नहीं हो रहा है बल्कि संरक्षण और संवर्धन के लिए योजनाएं भी चलाई जा रही हैं. सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में 16 लाख गोवंश ऐसे हैं, जिनका भरण-पोषण के लिए प्रदेश सरकार की ओर से अनुदान दिया जा रहा है. किसानों की फसल को इनसे नुकसान न हो, इसलिए यह एक प्रयास प्रारंभ किया गया है.
गोमाता हमारी आस्था एवं संस्कृति की आधार, प्रकृति, पर्यावरण और परंपरा की पोषक शक्ति हैं।
भारत की कृषि प्रधान व्यवस्था की प्रतीक एवं गोवंश संवर्धन और प्रकृति संरक्षण के लोक-मंगलकारी संकल्प की पावन अभिव्यक्ति गोवर्धन पूजा के अवसर पर आज @GorakhnathMndr परिसर स्थित गोशाला में गोमाता… pic.twitter.com/bsJ1KxFDDZ
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 22, 2025
गोवंश के लिए प्रदेश में तीन प्रकार की विशेष योजनाएं हैं. एक योजना निराश्रित गोवंश स्थल की है, जिसमें हर गोवंश के लिए सरकार के स्तर पर प्रतिमाह 1500 रुपये उपलब्ध कराए जाते हैं. ऐसे ही सहभागिता योजना में किसान गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के साथ जुड़ता है तो उसे चार निराश्रित गोवंश की देखभाल के लिए प्रति गोवंश 1500 रुपये की दर से 6000 रुपये तक दिए जाते हैं. तीसरी योजना कुपोषित परिवारों के लिए लिए हैं. इसके तहत कुपोषित माताएं-बच्चों के परिवारों में निराश्रित गो आश्रय स्थल से ब्याई हुई गाय दी जाती है. वह सेवा करें और गाय का दूध भी लें. साथ ही उन्हें 1500 रुपये प्रति महीना गाय की देखभाल के लिए दिया जाता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने इस योजना का लाभ लिया है और कुपोषण से सुपोषण की ओर बढ़े हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवर्धन योजना से किसान समृद्धि की ओर बढ़े हैं. प्रदेश में कंप्रेस्ड बायोगैस और इथेनॉल बनाने से अन्नदाता किसानों को गोबर का भी दम प्राप्त हो रहा है. साथ जी ग्रीन ईंधन के माध्यम से प्रदेश के अंदर नेट जीरो के लक्ष्य को प्राप्त करने और पेट्रोल डीजल में खर्च होने वाले भारत धन को बचाने में भी मदद मिल रही है. गोवर्धन पूजा भारत की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का प्रतीक है. भारत जैसे कृषि प्रधान देश में गोवंश का महत्व क्या है, यह गोवर्धन पूजा जैसे आयोजन बताते हैं.
#UPCM @myogiadityanath ने आज @GorakhnathMndr परिसर में आयोजित 'जनता दर्शन' में विभिन्न जनपदों से आए लोगों की समस्याएं सुनीं।
मुख्यमंत्री जी ने संबंधित अधिकारियों को जन समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु निर्देशित किया।#JantaDarshanUP pic.twitter.com/Rb2tn8i096
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 22, 2025
वहीं, मुख्यमंत्री ने बुधवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं. सबकी समस्या सुनते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि त्वरित संवेदनशीलता दिखाएं. समस्या से जुड़ी शिकायत पर तेजी से कार्रवाई करते हुए गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक समाधान सुनिश्चित कराएं. समस्या लेकर पहुंचे लोगों को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा, चिंता मत करिए. सरकार हर समस्या पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कराएगी. जनता दर्शन में हर बार की तरह कुछ लोग इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर आए थे. मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिया कि धन के अभाव में किसी का इलाज नहीं रुकेगा. इस्टीमेट मिलते ही सरकार तुरंत धन उपलब्ध कराएगी.

