महाराष्ट्र: कल्याण लोकसभा क्षेत्र में अगली उम्मीदवारी को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच तकरार चरम पर पहुंच गई है. बीजेपी ने श्रीकांत शिंदे की और मदद नहीं करने का फैसला किया है. इसको लेकर सोलापुर माढा लोकसभा क्षेत्र के प्रमुख संजय कोकाटे ने विरोध जताया है. साथ ही उन्होंने सोलापुर में बीजेपी शिवसेना का विवाद भी खड़ा कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि इस विधानसभा क्षेत्र में केवल बीजेपी ही काम करती है. उन्होंने ये आरोप फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट कर लगाए हैं.
संजय कोकाटे ने कहा, “कल्याण बीजेपी ने शिवसेना के साथ असहयोग करने का संकल्प लिया है. हम उनके रुख की निंदा करते हैं. बीजेपी को याद रखना चाहिए कि हम एकनाथ शिंदे के कारण ही सत्ता में हैं. सोलापुर जिले में भी बीजेपी के साथ बहुत अन्याय हुआ है. पालक मंत्री समय नहीं देते. संजय गांधी निराधार जैसी समितियां आगे नहीं आईं. हमारे पास कोई काम नहीं है. प्रशासन को केवल बीजेपी का काम करने के अलिखित आदेश दिए गए हैं.
कल्याण और ठाणे जब एक ही लोकसभा चुनाव क्षेत्र था, तब से वहां पर बीजेपी के आला नेता चुनकर आ रहे थे. रामभाऊ म्हालगी और जगन्नाथ पाटिल वहां से सांसद रह चुके हैं. पालघर से चिंतामन वनगा 9 बार लड़े और 4 बार चुनकर आए हैं. वहां बीजेपी ने कांग्रेस और कम्युनिस्टों से काफी संघर्ष किया है. बड़ा हिट देखते हुए यह सीटें शिवसेना को दे दी गई थीं. हालांकि, हमारे कार्यकर्ताओं भी ताकत के साथ वहां खड़े हैं.
उन्होंने आगे कहा,’शिवसेना से दावा किया जा रहा है तो हमारे कार्यकर्ताओं की भी भावना है कि हम अपनी ताकत क्यों ना आजमाएं. हम मोदीजी के सैनिक हैं और उनका हाथ मजबूत करने के लिए जो करना पड़े वह करेंगे. लेकिन हमारे इस भूमिका का फायदा महाविकास आघाडी को कभी नहीं मिल पाएगा.’ उन्होंने कहा कि बीजेपी की शिवसेना के साथ प्रतिस्पर्धा के साथ समन्वय भी है. हमारे शीर्षस्थ नेताओं का जो आदेश आएगा उस काम में हम पूरी मेहनत से जुट जाएंगे.