दिल्‍ली-एनसीआर

महागठबंधन का घोषणा पत्र जारी, हर घर नौकरी, भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल जमीन का वादा

दिल्‍ली: बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच महागठबंधन ने अपना साझा घोषणा पत्र जारी कर दिया. इसे ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ नाम दिया गया है, जो महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के नेतृत्व में अगले पांच वर्षों के लिए विकास का रोडमैप पेश करता है. पटना के मौर्या होटल में तेजस्वी यादव और गठबंधन के नेताओं ने इस दस्तावेज को जारी किया, जिसमें युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों के लिए कई क्रांतिकारी वादे किए गए हैं.

शाम करीब साढ़े चार बजे शुरू हुए कार्यक्रम में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, वाम दलों समेत महागठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं ने शिरकत की. मंच पर वीआईपी से मुकेश सहनी, कांग्रेस से मदन मोहन झा, आईआईपी से आईपी गुप्ता, माले से दीपांकर भट्टाचार्य और सीपीआई से रामनरेश पांडे की मौजूदगी देखी गई.

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने पटना में अपना संयुक्त चुनावी घोषणा-पत्र ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ जारी किया है. इसमें कई लोक-लुभावन और महत्वाकांक्षी वादे शामिल हैं, जिनका उद्देश्य राज्य के युवाओं, महिलाओं और गरीबों को सीधे लक्षित करना है.

घोषणा-पत्र का सबसे बड़ा और चर्चित वादा हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देना है. 20 महीने के अंदर परिवार के हर सदस्य को नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है.

क्या है प्रमुख वादे:

  • इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही 20 दिनों के भीतर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का अधिनियम लागू किया जाएगा.
  • सरकार युवाओं को नौकरी देने के संकल्प को पूरा करते हुए 20 महीनों में शीघ्र नौकरी प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर देगी.
  • सभी जीविका दीदियों को स्थायी किया जाएगा तथा उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाएगा. उनका मासिक वेतन 30,000 रुपये सुनिश्चित किया जाएगा.
  • जीविका दीदियों के ऋण पर ब्याज माफ किया जाएगा तथा दो वर्षों तक बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा. जीविका केंद्र की दीदियों को कार्य निष्पादन के लिए प्रतिमाह 2,000 रुपये का भत्ता दिया जाएगा.
  • जीविका केंद्र के अध्यक्ष एवं कोषाध्यक्ष को भी मानदेय प्रदान किया जाएगा.
  • सभी संविदा कर्मियों तथा आउटसोर्सिंग पर कार्यरत कर्मचारियों को स्थायी किया जाएगा.
  • आईटी पार्क, स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ), डेयरी-आधारित उद्योग, कृषि-आधारित उद्योग, स्वास्थ्य सेवा, कृषि उद्योग, फूड प्रोसेसिंग, नवीकरणीय ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, टेलीकम्यूनिकेशन तथा पर्यटन क्षेत्रों में कौशल-आधारित रोज़गार सृजित किया जाएगा.
  • 2000 एकड़ में एजुकेशनल सिटी विकसित की जाएगी.
  • माई बहिन योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रतिमाह 2,500 रुपये की राशि दी जाएगी.
  • सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1,500 रुपये की जाएगी तथा इसमें प्रतिवर्ष 200 रुपये की वृद्धि होगी.
  • 200 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान की जाएगी.
  • पुरानी पेंशन योजना (ओल्ड पेंशन स्कीम) लागू की जाएगी.

तेजस्वी ने भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ बाहरी ताकतें बिहार को उपनिवेश बनाना चाहती हैं, लेकिन हम ऐसा कभी होने नहीं देंगे. भाजपा ने नीतीश कुमार को मात्र पुतला बना रखा है. अमित शाह स्वयं कह चुके हैं कि एनडीए का सीएम चेहरा नीतीश कुमार नहीं होंगे.”

तेजस्वी ने आगे कहा, “महागठबंधन ने अपना सीएम फेस पहले ही घोषित कर दिया, किंतु एनडीए आज तक यह स्पष्ट नहीं कर पाई कि उनका मुख्यमंत्री कौन होगा. एनडीए नेताओं के पास कोई विजन नहीं है; वे केवल नकारात्मक राजनीति करते हैं. जनता अब बदलाव चाहती है और इस बार वोट चोरी नहीं होने देगी.”

तेजस्वी ने कहा कि 14 नवंबर को गठित होने वाली उनकी सरकार बिहार में हर बेटे-बेटी के लिए रोजगार सुनिश्चित करेगी. अब किसी को मजबूरी में माता-पिता को छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हम छठी मइया से प्रार्थना करते हैं कि बिहार की धरती नई ऊंचाइयों को छुए.

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा, “महागठबंधन का यह संकल्प पत्र नए बिहार की नींव रखेगा. एनडीए के पास कोई घोषणा-पत्र नहीं है, क्योंकि उन्हें लगता है कि बिहार पहले से खुशहाल है, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है.”

भाकपा माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा, “घोषणा-पत्र में मंडी व्यवस्था पुनः शुरू करने, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने और बुजुर्गों की पेंशन 3,000 रुपये करने का वादा है. सरकार बनते ही इन वादों को पूरा किया जाएगा.”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *