उत्तराखंड

केदारनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी, आसमान से बर्फ के फाहे गिरता देख रोमांचित हुए भक्त

उत्तराखंड: विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में इस सीजन की पहली बर्फ गिर गई है. बर्फबारी के बाद धाम में ठंड में भारी इजाफा हो गया है. देश-विदेश से धाम पहुंचे तीर्थ यात्री भी बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. बर्फबारी के कारण आज हेलीकाप्टर सेवाएं भी दोपहर बाद उड़ान नहीं भर पाई.

केदारनाथ धाम में मौसम खराब हो गया है. अक्टूबर महीने में ही केदारनाथ मंदिर में बर्फबारी होना शुरू हो गया है. धाम में इस सीजन की पहली बर्फ गिर गई है. हालांकि, कुछ दिन पहले केदारनाथ के पहाड़ियों पर भी बर्फ गिरी थी. वहीं, केदारनाथ पहुंचे भक्त भी आसमान से गिरते बर्फ के फाहों का लुत्फ उठा रहे हैं. बर्फबारी के बाद केदारपुरी में काफी ठंड भी बढ़ गई है.

Snowfall in Kedarnath

वहीं, यात्रियों के लिए प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्थाएं की गई हैं. बर्फबारी के बाद भी भक्त दर्शनों के लिए लाइन में खड़े नजर आए. साथ ही लाइन में ही बर्फबारी का आनंद भी लेते रहे. केदारनाथ धाम में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई है, जिससे धाम में ठंड ने भी दस्तक दे दी है. बर्फबारी से बाबा केदार का धाम बेहद खूबसूरत नजर आ रहा है.

बता दें कि मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में 6 और 7 अक्टूबर को बारिश के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना जताई है. दोहपर करीब 1:30 बजे से केदारनाथ की पहाड़ियों समेत केदारनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी होने से यात्रियों ने जहां आनंद लिया तो वहीं बर्फबारी होने से एक बार फिर ठंड भी बढ़ने लगी है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने यात्रियों से अपील की है कि अपने साथ गर्म कपड़े आदि जरूरी सामान अवश्य लेकर आएं.

Snowfall in Kedarnath

केदारनाथ धाम की अंतिम चरण की यात्रा ने एक बार फिर से तेज रफ्तार पकड़ दी है. इन दिनों धाम पहुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा रोजाना 10 हजार पार हो रहा है. जबकि, अभी तक 16 लाख 45 हजार से ज्यादा भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं,. बाबा के दर पर दर्शनों के लिए यात्रियों की लंबी लाइन लग रही हैं. हालांकि, भीड़ होने के बावजूद भी भक्त मंदिर के गर्भगृह में जाकर दर्शन कर पा रहे हैं.

यात्री हेलीकॉप्टर सेवा के अलावा पैदल यात्रा मार्ग से धाम की यात्रा कर रहे हैं. यात्रियों की लगातार बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी सुविधाएं चुस्त-दुरुस्त की गई हैं. स्वास्थ्य, सफाई से लेकर अन्य सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद हैं. पैदल यात्रा मार्ग और धाम में जगह-जगह स्वास्थ्य केंद्र भी खोले गए हैं. जबकि, 450 से ज्यादा पर्यावरण मित्र धाम और यात्रा मार्ग पर सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *