उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक दिवसीय दौरे पर हल्द्वानी पहुंचे. जहां उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. सीएम धामी ने कुमाऊं द्वार महोत्सव में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने लोक गीतों का लुत्फ भी उठाया. इसके अलावा सीएम धामी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं संग बैठक भी की.
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को हल्द्वानी पहुंचे. जहां उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की मीडिया कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान सीएम धामी ने प्रदेश के हालात, संगठन की भूमिका और सरकार की प्राथमिकताओं पर विस्तार से चर्चा की.
उन्होंने कहा कि मानसून के बाद राज्य में हुए नुकसान की भरपाई के लिए तेजी से पुनर्निर्माण कार्यों के निर्देश दिए गए हैं. आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, पुल और आवास पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी रोजाना की जा रही है. ताकि, जनता को जल्द राहत मिल सके.
हल्द्वानी में 'कुमाऊँ द्वार महोत्सव-2025' में सम्मिलित होकर लोक कलाकारों व सांस्कृतिक प्रतिभाओं का उत्साहवर्धन कर उपस्थित देवतुल्य जनता को संबोधित किया। इस दौरान युवा साथियों, माताओं-बहनों एवं वरिष्ठजनों से मिले अपार स्नेह व आशीर्वाद से अभिभूत हूँ।
प्रदेश में आयोजित होने वाले… pic.twitter.com/59GF3OJwOH
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 13, 2025
इस दौरान उन्होंने लैंड फ्रॉड मामलों पर भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि ‘राज्य सरकार किसी भी दोषी को बख्शेगी नहीं, चाहे वो नेता हो या कोई अन्य व्यक्ति’. सीएम धामी ने स्पष्ट किया कि जांच में जो भी भूमि प्रकरण गलत या अवैध पाए गए हैं, उन जमीनों को राज्य सरकार के अधीन निहित (सीज) किया जाएगा.
वहीं, देर शाम सीएम धामी ने ‘कुमाऊं द्वार महोत्सव’ में हिस्सा लिया. इस अवसर पर सीएम धामी ने प्रदेश की लोक संस्कृति, लोक कला और पारंपरिक धरोहरों के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत हमारी पहचान है और सरकार का लक्ष्य इसे नई पीढ़ी तक पहुंचाने का है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की अस्मिता के रक्षक बनना मेरा दायित्व है, क्योंकि लोक संस्कृति ही हमारी आत्मा है. सीएम धामी ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के माध्यम से उन तत्वों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, जो संस्कृति और परंपरा के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा कि ‘हमारी संस्कृति ही हमारी शक्ति है और इसे बचाए रखना हर उत्तराखंडवासी की जिम्मेदारी है.’
सीएम धामी ने कहा कि उनके नेतृत्व में सरकार लोक कलाकारों, हस्तशिल्पियों और पारंपरिक कलाओं से जुड़े लोगों को मंच एवं प्रोत्साहन देने के लिए लगातार प्रयासरत है. उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपने लोकगीत, लोकनृत्य और पारंपरिक वेशभूषा को जीवन का हिस्सा बनाएं. जिससे उत्तराखंड की संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले.
वहीं, कार्यक्रम के दौरान स्थानीय कलाकारों ने झोड़ा, चांचरी और छपेली जैसे लोक नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियों दी. जिसे देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए. इस दौरान सीएम पुष्कर धामी ने प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को सम्मानित भी किया. इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों से स्वदेशी अपनाने की अपील भी की.