उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ रिजर्व पुलिस लाइन पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर शहीद पुलिस जवानों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर डीजीपी राजीव कृष्णा, मंत्री संजय निषाद, लखनऊ की मेयर सुषमा खरकवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन उन महान पुलिस जवानों को नमन करने का है जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा और जनसेवा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. उनका बलिदान अमर है और प्रदेश सरकार उनके परिवारों के उत्थान के लिए पूर्ण संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है.
कर्तव्य पथ पर अपना सर्वस्व अर्पित करने वाले सभी अमर बलिदानी पुलिस कार्मिकों को 'पुलिस स्मृति दिवस' पर विनम्र श्रद्धांजलि!
उत्तर प्रदेश पुलिस कार्मिकों की सेवा और कर्तव्यनिष्ठा समाज के लिए एक आदर्श मॉडल है।
उनका बलिदान राष्ट्र की आत्मा में अमिट प्रकाश बनकर सभी को प्रेरित करता… pic.twitter.com/G4BRkR9eIr
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 21, 2025
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2024-25 में शहीद हुए उत्तर प्रदेश पुलिस के 3 जवानों के परिजनों सहित कुल 96 परिवारों को 30 करोड़ 70 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है. इसके अलावा चिकित्सा सहायता, बीमा राशि, छात्रवृत्ति और सेवा लाभों के तहत करोड़ों रुपये स्वीकृत किए गए.
पुलिस कल्याण के प्रमुख बिंदु
- 374 पुलिस कर्मियों के आश्रित परिवारों को 11 करोड़ 86 लाख रुपये बीमा राशि का भुगतान
- 234 पुलिस कर्मियों के बच्चों को 10,000 छात्रवृत्ति
- 519 मामलों में 11 करोड़ 85 लाख रुपये चिकित्सा प्रतिपूर्ति
- 170 पुलिसकर्मियों को जीवन रक्षा समिति के अंतर्गत तत्काल सहायता
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि वर्ष 2017 के बाद से अब तक 1.99 लाख से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई है, जिनमें 34,000 से अधिक महिलाएं शामिल हैं. महिला सुरक्षा को सशक्त बनाने के लिए मिशन शक्ति के तहत प्रदेश भर में विशेष पुलिस इकाइयों का गठन किया गया है.मुख्यमंत्री ने बताया कि 20 मार्च 2017 से 18 अक्टूबर 2025 तक 15,000 से अधिक पुलिस मुठभेड़ों में 257 कुख्यात अपराधी मारे गए और 10,000 से अधिक घायल हुए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती पर माफिया राज को समाप्त कर कानून का राज स्थापित किया गया है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि लखनऊ में स्थापित साइबर हेल्प लाइन 1930 के माध्यम से साइबर अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण सफलता मिली है. अब हेल्पलाइन की कॉल हैंडलिंग क्षमता 40 हजार से बढ़कर 1.70 लाख कॉल प्रतिदिन हो गई है. अंत में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानून-व्यवस्था को नई दिशा दी है. आज प्रदेश में त्योहारों, धार्मिक यात्राओं और राजनीतिक कार्यक्रमों का शांतिपूर्ण आयोजन उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रतिबद्धता का प्रमाण है. हमारी सरकार हर पुलिसकर्मी और शहीद परिवार के साथ खड़ी है.

