उत्तर प्रदेश: राजधानी लखनऊ में स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने शनिवार को अपने पांचवें स्थापना दिवस के अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया. यह कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में संपन्न हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. उनके साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा भी मौजूद रहे.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संस्थान में उत्कृष्ट कार्य कर रहे चिकित्सकों को सम्मानित करते हुए चिकित्सा क्षेत्र की भूमिका को ‘सेवा’ और ‘संवेदना’ से जोड़ने की बात कही. उन्होंने अपने संबोधन में कहा, डॉक्टरों का व्यवहार मरीजों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए. खासतौर पर गरीब और जरूरतमंद लोगों के साथ सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाया जाना बेहद जरूरी है.
लखनऊ स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के पांचवें स्थापना दिवस समारोह में आज सम्मिलित हुआ।
इस अवसर पर संस्थान की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट का विमोचन किया। साथ ही, नवनिर्मित सुविधाओं का लोकार्पण/शिलान्यास एवं चिकित्सा-शिक्षा, रोगी सेवा, अनुसंधान व प्रशासनिक कार्यों में… pic.twitter.com/uenycHYMss
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 13, 2025
सीएम योगी ने संस्थान के सामने एक मानवीय पहल का प्रस्ताव भी रखा. उन्होंने कहा कि अगर किसी गरीब व्यक्ति की मृत्यु होती है और उसके परिजन शव ले जाने में असमर्थ हैं, तो, संस्थान का वाहन शव को उनके घर तक पहुंचाने के लिए उपलब्ध कराया जाए. यदि वाहन उपलब्ध नहीं है, तो एक वाहन संस्थान को खरीद लेना चाहिए.
इसके साथ ही, उन्होंने निजी अस्पतालों के लिए मरीजों को उठाने वाली एंबुलेंस सेवाओं की मनमानी पर रोक लगाने की भी बात कही.सीएम योगी ने पेशेवर रक्तदाताओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसे लोग मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करते हैं. इस प्रकार के पेशेवर रक्तदान को पूरी तरह रोकने की जरूरत है.” साथ ही उन्होंने सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों से अपील की कि वे राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे “सेवा पखवाड़ा” और आरोग्य मेलों में सक्रिय भागीदारी करें.
सीएम योगी ने पेशेवर रक्तदाताओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि “ऐसे लोग मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करते हैं. इस प्रकार के पेशेवर रक्तदान को पूरी तरह रोकने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों से अपील की कि वे राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे “सेवा पखवाड़ा” और आरोग्य मेलों में सक्रिय भागीदारी करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि घुमंतू और वंचित समुदायों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की दिशा में लोहिया संस्थान को भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए. उन्होंने यह भी बताया कि सोशल मीडिया के प्रभाव और जिम्मेदार इस्तेमाल पर भी ध्यान देना समय की मांग है.
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि लोहिया संस्थान के विस्तार के लिए दूरदर्शन से भूमि संबंधी बातचीत चल रही है. यदि यह ज़मीन संस्थान को मिलती है तो “लोहिया संस्थान का भौतिक विस्तार संभव होगा, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर हो सकेंगी.