दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से एक दिन पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता दिल्ली सचिवालय में आयोजित स्कूली बच्चों के एक कर्यक्रम में शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों द्वारा तैयार किए गए पीएम मोदी के जन्मदिन को समर्पित सॉन्ग को लॉन्च किया. मुख्यमंत्री ने कहा, ”शिक्षा विभाग द्वार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस पर ‘नमो प्रगति दिल्ली, बाल स्वर से राष्ट्र स्वर तक’ गीत को सरकारी स्कूलों के बच्चों ने इसे 21 अलग-अलग भाषाओं में गाकर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की अद्भुत झलक दिखाई है.”
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि इस गीत के माध्यम से बच्चों ने प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाइयां भी दी हैं. सीएम ने कहा, ”इस अवसर पर मैं सभी बच्चों को धन्यवाद देती हूं. बच्चे बड़ी संख्या में मोदी जी के जन्मदिन की शुभकामनाओं के प्ले कार्ड भी बना कर लाए हैं. मैं वादा करती हूं कि आज ही आपके सारे प्ले कार्ड मोदी जी तक पहुंचा दूंगी.” उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा देश को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया है. एक भारत श्रेष्ठ भारत की बात की है. अलग-अलग भाषा अलग-अलग सस्कृति को हमेशा जोड़कर रखा है, कभी किसी में भेदभाव नहीं किया.
वीआर मेट्रोपॉलिटन मॉल में विश्वकर्मा पूजा उत्सव पर विश्वकर्मा भाइयों-बहनों के साथ संवाद का अवसर मिला।
आपकी मेहनत और कौशल ही दिल्ली और देश की धड़कन हैं। आप ही कल का भविष्य गढ़ते हैं, आपके श्रम से ही सपनों का भारत खड़ा है।
हमारी सरकार आप सभी के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध… pic.twitter.com/VXvvUUufRq
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) September 16, 2025
सीएम रेखा गुप्ता ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सभी राज्यों के विकास के लिए काम किया है. अभी बच्चों ने जिस तरह से अलग-अलग भाषाओं में मोदी जी को जो बर्थडे विशेज दी हैं, वो उनको बहुत पसंद आएंगी. अब ये वीडियो भी उन तक पहुंच जाएगा. दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होनी चाहिए. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से बच्चे जोरदार पढ़ाई करेंगे. वे देश में अव्वल आएंगे. हर मुकाम को वो हासिल करेंगे, इतना विश्वास मैं मोदी जी को दिल्ली की तरफ से देना चाहती हूं.
वहीं, दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा, ”मुख्यमंत्री जी ने हमारे शिक्षा विभाग को मोदी जी के जन्मदिन की तैयारी और शुभकामना गीत के लिए चुना इसके लिए उनको धन्यवाद देता हूं. यह जो सॉन्ग आज लॉन्च किया गया है, एक भारत श्रेष्ठ भारत इसके पीछे की सोच है.”
छात्र शुभम ने कहा, ”मोदी जी को अपने दोस्तों के साथ रैपिंग करके जन्मदिन की बधाई दी है. मैं मोदी जी से कहना चाहता हूं कि मोदी जी आपने हर काम कॉन्फिडेंस के साथ किया है. आप किसी से डरते नहीं हैं. मोदी जी आपने हमारे स्कूल में इतने सारे कंप्यूटर और बहुत सारी सुविधाएं दी हैं. इसके लिए आपको धन्यवाद.” सर्वोदय विद्यालय रोहिणी के छात्र सुधांशु ने बताया, ”मैंने पंजाबी सॉन्ग पर डांस करके मोदी जी को जन्मदिन की बधाई दी”. वहीं, स्कूली छात्रा दुर्गा ने कहा, ”मोदी जी को बहुत-बहुत जन्मदिन की शु भकामनाएं देती हूं. हमें सीएम की तरफ से यहां बुलाया गया है. हमने यहां पर मोदी जी के जन्मदिन की बधाई के प्ले कार्ड दिए हैं. सॉन्ग लॉन्च हुआ है. बहुत अच्छा लग रहा है, यहां प्रोग्राम में आकर.”
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विश्वककर्मा दिवस और पीएम मोदी के जन्मदिवस पर श्रमिकों और मजदूरों के छोटे-छोटे बच्चों की बेहतर परवरिश के लिए 500 पालना घर जल्द स्थापित करने का ऐलान किया. मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह पहल खासकर हमारी मेहनतकश विश्वमकर्मा माताओं के लिए बड़ा संबल बनेगी. इन पालना घरों से जहाँ बच्चों को पोषण और देखभाल मिलेगी. वहीं, माताओं की आजीविका भी सुरक्षित होगी. बता दें कि दिल्ली सरकार के श्रम विभाग और दिल्ली भवन एवं अन्य सन्निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा आज विश्वकर्मा दिवस के मौके पर विश्वकर्मा पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मुख्य अतिथि के तौर पर प्रतिभाग किया. कार्यक्रम में सैकड़ों श्रमिकों के अलावा श्रम विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने श्रमिकों के पास जाकर उनकी व्यक्तिगत समस्याओं को भी जाना और सरकार की उनके लिए प्रतिबद्धता को भी बताया. विश्वकर्मा दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि विश्वकर्मा दिवस जिसे हम सब कल मनाने वाले हैं, आज उसकी शुरुआत आपके इस कार्यक्रम से की है. जीवन में आपकी मेहनत, ईमानदारी और समर्पण ही आपको आगे ले जाएगा. उन्होंने श्रमिकों की मेहनत को प्रेरणादायक बताते हुए एक प्रसंग साझा किया.
उन्होंने कहा कि एक निर्माण स्थल पर दो मजदूर काम कर रहे थे. एक अपने भाग्य पर रो रहा था जबकि दूसरा वही काम हर्ष और गर्व के साथ कर रहा था. एक मजदूर ने इसे अपनी नियति बताई तो दूसरे ने कहा कि वह स्वयं को सौभाग्यशाली मानता है कि इतनी भव्य इमारत बनाने में उसका योगदान है. उन्होंने कहा कि यह नजरिया ही तो हमें आगे ले जाता है.