दिल्ली: मातृभूमि के प्रति उनकी सेवा की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि, जिन्होंने अपना जीवन मातृभूमि की सेवा में समर्पित कर दिया.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी वीर सावरकर की राष्ट्र के प्रति अटूट समर्पण को स्वीकार करते हुए उनकी सराहना की. “वीर सावरकर जी ने अपने ओजस्वी विचारों से करोड़ों युवाओं में देशभक्ति की लौ जलाई और एक राष्ट्र, एक संस्कृति की भावना को मजबूत किया. उन्होंने राष्ट्रवाद के मंत्र को आत्मसात किया और तुष्टीकरण की नीतियों का डटकर विरोध किया. यहां तक कि असंख्य यातनाएं भी झेलीं. अपने जीवन का प्रत्येक क्षण राष्ट्र के लिए समर्पित करने वाले वीर सावरकर जी के मातृभूमि के प्रति संकल्प को अंग्रेज हिला नहीं सके, उन्होंने छुआछूत जैसी कुरीतियों के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाया, ऐसे सच्चे देशभक्त और महान दूरदर्शी स्वातंत्र्य वीर सावरकर जी को कोटि-कोटि नमन जयंती, शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा.
मातृभूमि की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/IF2GOK53Bn
— Narendra Modi (@narendramodi) May 28, 2024
वीर सावरकर के नाम से मशहूर विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई, 1883 को नासिक में हुआ था. सावरकर एक स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ, वकील और लेखक थे और ‘हिंदुत्व’ शब्द गढ़ने के लिए लोकप्रिय थे. सावरकर ‘हिन्दू महासभा’ में भी एक अग्रणी व्यक्ति थे. सावरकर ने हाई स्कूल के छात्र रहते हुए ही स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेना शुरू कर दिया और पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज में पढ़ते हुए भी ऐसा करना जारी रखा.
वे उग्र राष्ट्रवादी नेता लोकमान्य तिलक से बहुत प्रभावित थे। यूनाइटेड किंगडम में कानून की पढ़ाई के दौरान वह इंडिया हाउस और फ्री इंडिया सोसाइटी जैसे समूहों के साथ सक्रिय हो गए. उन्होंने ऐसी पुस्तकें भी प्रकाशित कीं जिन्होंने पूर्ण भारतीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए क्रांतिकारी तरीकों को बढ़ावा दिया.