नोएडा: सेक्टर 17A में रहने वाले 4 साल और 9 महीने के अवयुक्त सिंह नेहोनहार बिरवान के होत चीकने पातवाली कहावत को चरितार्थ किया है. अवयुक्त सिंह ने 86 सेकंड में 100 देश के फ्लैग पहचान कर लंदन वर्ल्ड बुक का रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. इससे पहले भी अवयुक्त ने वर्ल्ड की 50 फेमस पर्सनालिटी को आईडेंटिफाई कर अपना वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुका है.
जिस उम्र में बच्चे टीवी और मोबाइल पर कार्टून के दीवाने होते हैं. उम्र में अवयुक्त को देश के झंडों को देखना उनके रंगों को आत्मसात करना अच्छा लगता है, यही कारण है कि मात्र 4 साल 9 महीने की उम्र में उसने सौ देशों के झंडो याद कर लिया, इतना ही नहीं वह 86 सेकंड में इन झंडो को पहचान कर बता देता है, कि झंडा किस देश का है. उसके इस अचीवमेंट पर लंदन बुक ऑफ़ रिकार्ड्स मैं उसका नाम दर्ज किया गया है. उसके पिता भास्कर सिंह बताते हैं कि ये उसका दूसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड है. इससे पहले इसने जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था वो 50 वर्ल्ड फेमस पर्सनालिटी को आईडेंटिफाई कर बनाया था.
भास्कर सिंह कहते है कि इस बच्चे की सबसे बड़ी खूबी है की चीजों को याद रखता है, उसकी मेमोरी अच्छी है, जब अवयुक्त एक साल आठ महीने का था तो हम गोवा गए थे तो वहां पर कई जगहों पर पीएम मोदी के बैनर और पोस्टर लगे हुए थे, वह उनको नोटिस कर रहा था और जब हम वापस घर लौटे तब हमने देखा कि अवयुक्त अब न्यूज पेपर टीवी या कहीं भी मोदी जी की फोटो लगी होती थी वह उन्हें पहचान गया, इसके बाद उसने एक एक कर 50 फेमस पर्सनालिटी को आईडेंटिफाई करने का रिकॉर्ड बनाया.
अवयुक्त की मां निधि शर्मा कहती है कि बहुत गर्व महसूस होता. ऐसा बेटा पाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. और बहुत अच्छा लगता है जब बच्चे माता पिता का नाम रोशन करते है, वह चमकती हुई आंखों से बताती है कि अवयुक्त ने कैसे इन सब की शुरूआत कि उसकी दिलचस्पी इन चीजों में कैसे डेवलेप हुआ.
निधि बताती है कि अवयुक्त जब भी साथ होता था तो कहीं भी उसे अगर तिरंगा दिख जाए तो वो काफी खुश होता था और हम सभी को दिखाता था.और इस तरह उसने एक दिन ये पूछा कि पूरे विश्व में इंडिया अकेला कंट्री है.तब मैंने बताया कि नहीं बेटा और बहुत सारी कंट्रीज़ है, 195 कंट्रीज़ है. इस तरह मैंने उसे कंट्रीज़ और उनके फ्लैग दिखाना और बताना शुरू कियाऔर उसने बहुत तेजी से इनको याद करना शुरू किया. और ये प्रतिभा विकसित कर यहां तक पहुंच गया .