दिल्ली: सीपी राधाकृष्णन ने देश के 15वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं. राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद की शपथ दिलाई. राधाकृष्णन ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को हराकर उपराष्ट्रपति चुनाव जीता था. शुक्रवार को हुए शपथग्रहण समारोह में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कैबिनेट के कई बड़े मंत्री मौजूद रहे.
इस खास समारोह के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे. वह पहली कतार में दो अन्य पूर्व उपराष्ट्रपतियों वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी के साथ बैठे थे. सभी की नजर धनखड़ पर ही टिकी रहीं. उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देने के बाद यह पहला मौका था जब जगदीप धनखड़ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए.
#WATCH | Delhi: Vice President-elect C.P. Radhakrishnan to take Oath of Office shortly. Former Vice President Jagdeep Dhankhar is also present at the ceremony which will begin shortly.
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— ANI (@ANI) September 12, 2025
आपको बता दें बीते मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति पद चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने विपक्ष के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी को 152 प्रथम वरीयता के मतों से हरा दिया. निर्वाचन अधिकारी पीसी मोदी ने नतीजों का ऐलान करते हुए कहा कि सुदर्शन रेड्डी को 300 प्रथम वरीयता के मत मिले, जबकि सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में 452 वोट पड़े.
वहीं, वोटिंग खत्म होने के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया था कि वोटिंग में विपक्ष पूरी तरह एकजुट रहा और उसके सभी 315 सांसदों ने मतदान में हिस्सा लिया. ऐसे में सवाल यह है कि विपक्ष के 15 वोट कहां खिसक गए. इसमें यह भी दिलचस्प बात है कि 15 वोट अमान्य पाए गए. ऐसा दूसरे पेन से वोट डालने से होता है. 2017 में 11 वोट तो 2022 में 15 अमान्य वोट पाए गए थे.