दिल्ली: लंबे अरसे बाद बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार दिल्ली की सत्ता में काबिज बीजेपी सरकार की भूमिका अहम होने जा रही है. राष्ट्रीय राजनीति में अपने कुशल नेतृत्व और प्रभावी प्रशासनिक क्षमता से पहचान बनाने वाली दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अब अपने राजनीतिक प्रभाव का विस्तार करते हुए बिहार विधानसभा चुनाव में मोर्चा संभालने जा रही हैं.
भारतीय जनता पार्टी की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके प्रमुख मंत्री बिहार के चुनावी रण में उतरेंगे, जिसका मुख्य उद्देश्य महिला मतदाताओं को पार्टी के पक्ष में एकजुट करना और दिल्ली में लागू ‘डबल इंजन’ सरकार की सफल नीतियों को सामने रखना होगा.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्वयं इसकी पुष्टि की है, हालांकि उनका बिहार दौरा कब होगा यह शेड्यूल पार्टी की तरफ से आना बाकी है. जबकि दिल्ली सरकार में मंत्री डॉ. पंकज सिंह जोकि बिहार के सासाराम से ताल्लुक रखते हैं वो कई दफा चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में बिहार का दौरा कर चुके हैं. जबकि मंत्री प्रवेश वर्मा ने बताया कि वे नवंबर के पहले सप्ताह में बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे.
पार्टी के अनुसार, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को बिहार चुनाव में ‘बड़ी जिम्मेदारी’ सौंपे जाने की तैयारी है. रेखा गुप्ता की संगठनात्मक पृष्ठभूमि, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य के रूप में उनका अनुभव, और सबसे महत्वपूर्ण, उनकी महिला मुख्यमंत्री की छवि, बीजेपी के लिए बिहार में एक गेम चेंजर साबित हो सकती है.
पार्टी की रणनीति स्पष्ट है कि रेखा गुप्ता को महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में पेश करना, और महिला आरक्षण विधेयक (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) को सफलतापूर्वक पारित करने वाली केंद्र सरकार के संदेश को जमीनी स्तर पर पहुंचाना. प्रचार का मुख्य एजेंडा ‘नारी शक्ति’ और ‘डबल इंजन’ का विकास मॉडल के इर्दगिर्द रहेगा. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार के मंत्रियों का एक बड़ा दल बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार करेगा. इस प्रचार अभियान का केंद्र बिंदु ‘नारी शक्ति’ और ‘डबल इंजन’ सरकार का विकास मॉडल होगा.
रेखा गुप्ता अपनी रैलियों में दिल्ली में महिलाओं के लिए किए गए कार्यों, जैसे सुरक्षा, शिक्षा और कल्याणकारी योजनाओं का हवाला देंगी. वह महिला आरक्षण लागू होने के बाद राजनीतिक नेतृत्व में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर भी जोर देंगी. बिहार में महिला मतदाताओं की बड़ी संख्या को देखते हुए, बीजेपी की यह रणनीति बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने के बाद बुनियादी ढांचे और प्रशासनिक सुधारों के क्षेत्र में हुई प्रगति को रेखा गुप्ता बिहार की जनता के सामने रखेंगी. उनके मंत्री, जिनमें पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा, पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, परिवहन मंत्री पंकज सिंह, और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा शामिल हैं, अपने-अपने विभागों के सफल कार्यों की तुलना बिहार की पिछली सरकारों से करेंगे और ‘डबल इंजन’ सरकार के कामों को उजागर करेंगे.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बिहार चुनाव प्रचार में उतरना राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. राजनीतिक विश्लेषक मनोज मिश्रा बताते हैं रेखा गुप्ता वर्तमान में बीजेपी शासित राज्यों की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं. उन्हें बिहार के चुनावी मैदान में उतारकर, बीजेपी देश भर में यह संदेश देना चाहती है कि वह महिला नेतृत्व को सशक्त बना रही है.
उनका यह भी कहना है कि दिल्ली में बड़ी संख्या में बिहार के निवासी रहते हैं, जिनके रिश्तेदार अभी भी बिहार में हैं. रेखा गुप्ता दिल्ली में बिहार दिवस जैसे कार्यक्रमों में सक्रिय रही हैं और उन्होंने दिल्ली के विकास में बिहार के लोगों के योगदान की सराहना की है. उनका प्रचार बिहार के मतदाताओं को भावनात्मक रूप से पार्टी से जोड़ सकता है. एक कुशल प्रशासक के रूप में रेखा गुप्ता की छवि शहरी और युवा मतदाताओं को आकर्षित कर सकती है, जो बेहतर शासन और विकास को प्राथमिकता देते हैं. कुल मिलाकर, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्रियों का बिहार विधानसभा चुनाव में प्रवेश, चुनावी माहौल को और गरमाएगा. यह न केवल बीजेपी के प्रचार को एक नया आयाम देगा, बल्कि बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में ‘नारी शक्ति’ और विकास केंद्रित राजनीति की बहस को भी तेज करेगा.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान होगा. पहले चरण में 6 नवंबर और दूसरे चरण में 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी. दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता हरियाणा में हुए उपचुनाव में भी प्रचार के लिए गईं थीं.