उत्तर प्रदेश: गुरु नानक देव भारत के उच्च कोटि के आध्यात्मिक महापुरुष थे. उन्होंने समाज के संगठन, समानता और सेवा का जो संदेश दिया, वही आज भारत की सामाजिक व्यवस्था की नींव है. उस काल में देश बाबर जैसे विदेशी आक्रांताओं की बर्बरता झेल रहा था, मंदिर तोड़े जा रहे थे, आस्था पर प्रहार हो रहे थे. उस दौरान गुरु नानक देव बिना भय, बिना दबाव समाज को मार्गदर्शन दे रहे थे.
ये बातें बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही. वे सिख पंथ के संस्थापक एवं प्रथम गुरु नानक देव महाराज के 556वें प्रकाश पर्व पर राजधानी लखनऊ के डीएवी कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने सिख गुरुओं के सम्मान में अपना शीश नवाया.
जो बोले सो निहाल!
सत् श्री अकाल!श्री गुरु नानक देव जी महाराज ने आज से 500 वर्ष पूर्व समाज के संगठन के लिए, मूल्यों और आदर्शों की स्थापना के लिए जो दिव्य संदेश दिया, वह आज भी हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। उसी की नींव पर आज भारत की सामाजिक और नैतिक व्यवस्था दृढ़तापूर्वक खड़ी है।… pic.twitter.com/I9DREa0LLH
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 5, 2025
सीएम योगी ने कार्यक्रम में कहा कि हम मजबूत रहेंगे तो हर कोई हमारी आस्था का सम्मान करेगा. गुरु नानक देव ने मिल-बांटकर खाने, गरीबों की मदद करने और एकजुट समाज बनाने का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि आज जब कुछ क्षेत्रों में धर्मांतरण जैसी गतिविधियां दिखाई देती हैं तो हमें सिख पंथ की मूल भावना, एकता, संगठन और सेवा को और सशक्त करना होगा.
सीएम योगी ने कहा कि अगर कहीं कोई कमी है तो हमें उसे दूर करना होगा. गुरु गोविंद सिंह महाराज ने जब खालसा पंथ की स्थापना की तब उन्होंने समाज के हर वर्ग को जोड़ा. उसी भावना को हमें फिर से जीवंत करना होगा. गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं हमारे जीवन और समाज को दिशा देती रहेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख गुरुओं और महापुरुषों का बलिदान हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं. कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को प्रकाश पर्व की हार्दिक बधाई दी. वहीं समारोह में कमेटी की ओर से स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट कर सीएम का स्वागत किया गया.

