उत्तराखंड: हर वर्ष की भांति खटीमा के संजय रेलवे पार्क स्थित छठ घाट पर पूर्वांचल समाज द्वारा हर्षोल्लास पूर्वक छठ महापर्व मनाया गया. सोमवार को शाम के समय खटीमा नगर स्थित छठ घाट पर सैकड़ों की संख्या में पूर्वांचल समाज की व्रती महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में फल पकवान एवं पूजा सामग्री के साथ पहुंच सूर्य भगवान व छठ मैया की उपासना कर डूबते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया. साथ ही सूर्य भगवान से परिवार की सुख समृद्धि और पति की दीर्घायु की कामना की. उसके बाद मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन हुआ.
सोमवार को अपने तय कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संजय रेलवे पार्क पहुंच सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया. साथ ही सभी पूर्वांचल समाज की महिलाओं सहित अन्य सभी वर्गों के लोगों को लोक महापर्व छठ की शुभकामनाएं दी. सीएम धामी ने भगवान सूर्य एवं छठ मैया से इस लोक पर्व में सभी की सुख समृद्धि की कामना की.
खटीमा, उधम सिंह नगर में आयोजित सूर्य षष्ठी व्रत महोत्सव में सम्मिलित होकर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को छठ पूजा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की तथा छठ व्रतियों का आशीर्वाद प्राप्त… pic.twitter.com/z6BsbSa0Je
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 27, 2025
पूर्वांचल समाज के महापर्व छठ पर सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने परिवार सहित छठ घाट में पहुंच डूबते सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया. साथ ही छठी मैया की पूजा अर्चना कर संतान प्राप्ति बच्चों व पति की दीर्घायु सुख समृद्धि कल्याण की कामना की. पारंपरिक वेशभूषा में छठ घाट में उतर कर सूर्य भगवान को आस्था व उल्लास पूर्वक अर्ध्य दिया गया. पूर्वांचल समाज के अलावा सर्व समाज ने महापर्व छठ में पहुंच आस्था के संगम में अपनी सहभागिता प्रस्तुत की. आस्था के इस महापर्व में पूर्वांचल समाज की महिलाए 36 घंटे का निर्जला व्रत रख डूबते एवं उगते सूर्य को अर्घ्य दे इसका समापन करती हैं.
खटीमा में संजय रेलवे पार्क, मेलाघाट, 22 पुल, नौसर, दिया सहित विभिन्न स्थानों में पूर्वांचल समाज द्वारा इस पर्व को हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया. वहीं खटीमा के नगर स्थित छठ महोत्सव में पहुंचे सीएम धामी का पूर्वांचल सेवा समिति ने माल्यार्पण अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत, अभिनंदन किया.

