नोएडा: दीपावली की जगमगाहट अब भले ही थम गई हो, लेकिन इसके बाद हवा में घुला धुआं और धुंध राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के लिए एक बार फिर गंभीर चिंता का विषय बन गया है. दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा की वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई है, जिससे लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है.
त्योहार के अगले दिन, जब लोग सुबह अपने घरों से बाहर निकले, तो घनी धुंध और पटाखों के धुएं की मोटी परत ने पूरे वातावरण को ढक लिया था. सड़कों पर दृश्यता बेहद कम थी, और हवा में बारूद की तीखी गंध साफ महसूस की जा सकती थी. प्रदूषण के इस खतरनाक स्तर को देखते हुए जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) अजय राणा ने लोगों से अपील की है कि वे बाहर निकलते समय मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें.
सीएमएस जिला अस्पताल अजय राणा ने कहा कि यह धुंध और जहरीली हवा खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है. सीएमएस राणा ने नागरिकों से घरों के भीतर रहने, ज़रूरत ना होने पर बाहर न निकलने, और साफ हवा के लिए घरों में पौधे लगाने जैसे उपाय अपनाने की सलाह दी है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 345 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा की स्थिति भी कुछ अलग नहीं रही.
जिला अस्पताल की सीएमएस अजय राणा का कहना है कि जिन लोगों को बढ़ते प्रदूषण के चलते परेशानी का सामना करना पड़ता है, ऐसे लोग घरों से बाहर जरूरत पड़ने पर ही निकले, अगर घर से बाहर निकल रहे हैं तो बिना मास्क के ना निकले. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि किसी प्रकार की दिक्कत होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क जरूर करें.

